Rajeev Namdeo Rana lidhorI

रविवार, 10 नवंबर 2024

एडिशनल एसपी साहब के द्वारा सम्मानित हुआ

आज दिनांक -10-11-2024 को पुलिस ग्राउंड टीकमगढ़ में एडिशनल एसपी साहब टीकमगढ़ के साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में एक ही मंच पर बैठने एवं उनके द्वारा सम्मानित होने का अवसर मिला 😌
सम्भागीय 68वीं शालेय सॉफ्टबॉल प्रतियोगिता संपन्न:-

टीकमगढ़। सम्भागीय 68वीं शालेय सॉफ्टबॉल अंडर 14,17,19 प्रतियोगिता 8 से 10 नवंबर 2024 तक टीकमगढ़ में पुलिस लाइन ग्राउंड पर आयोजित की गई। प्रतियोगिता में टीकमगढ़ जिला की सभी वर्गों में विजेता रहा। इस अवसर पर सभी ने खिलाड़ियों को बधाई दी एवम उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्रतियोगिता में 14 वर्ष बालक ने फाइनल में टीकमगढ़ ने छतरपुर को 7-0 से हराकर विजेता रहा। 14 बालिका ने फाइनल टीकमगढ़ ने छतरपुर को 10-0 से हराकर विजेता रहा। 17 वर्ष बालक में टीकमगढ़ ने दमोह को 5-0 से हराकर विजेता रहा। 17 वर्ष बालिका ने फाइनल में टीकमगढ़ ने सागर को 9-6 से हराकर विजेता रहा। 19 वर्ष बालक ने फाइनल में दमोह को 7-1 से हराकर विजेता रहा। 19 वर्ष बालिका ने फाइनल में टीकमगढ़ ने सागर 10-0 से हराकर विजेता रहा। प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सीताराम सत्या, एवं विशिष्ट अतिथि म.प्र. लेखक संघ के अध्यक्ष साहित्यकार राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' एवं प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर एल पाराशर रहे।
 इस अवसर पर जिला क्रीड़ा अधिकारी शिक्षा विभाग श्री शिवदयाल अहिरवार, श्री देवेंद्र शेषा, श्री कमलेश घोष, श्री शरीफ खान शिक्षा विभाग, जिला सॉफ्टबॉल संघ सचिव श्री पी प्रसन्ना कुमार, साई सॉफ्टबॉल कोच श्री देवेश चंदेल, श्री प्रियंक खरे, श्री प्रिंस परमार, कृतिका चंद्रा,प्रिंस सेन, अंकित राय, अर्चित राय, अमन दुबे, सौरभ प्रजापति, अनंत सेन मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन वीरेन्द्र चंसौरिया ने किया।
 इस अवसर पर सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत हनुमत स्कूल के बच्चियों द्वारा प्रस्तुत किया गया,कवि राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' ने प्रेरणा दायक गीत -फूल ही फूल नहीं जीवन में कांटे भी स्वीकार करो। सुनाकर बच्चों को प्रोत्साहित किया।
मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सीताराम सत्या जी ने बच्चों को खेलों के लाभ बताते हुए कहा कि खेलने से बच्चों का मानसिक एवं शारीरिक विकास होता है इसलिए हमें जरूर  खेलना चाहिए।
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रपट-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
टीकमगढ़

मंगलवार, 5 नवंबर 2024

मनस्वी अभिनंदन ग्रंथ

https://youtu.be/ISuk-NFQSJI?si=1WuK2yPJwcJ83ydL
*प्रैस विज्ञप्ति:-*

*‘मनस्वी’ अभिनंदन ग्रंथ का विमोचन एवं सम्मान समारोह:-*

*डाॅ.एल.प्रभाकर के ‘अभिनंदन ग्रंथ’सहित 3 कृतियों का विमोचन हुआ-*



टीकमगढ़// बुन्देलखण्ड के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार डाॅ. एम एल. प्रभाकर के अभिनंदन ग्रंथ ‘मनस्वी’ का विमोचन एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व राज्य मंत्री उ.प्र.शासन माननीय श्री हरगोविन्द्र कुशवाहा जी रहे एवं अध्यक्षता पूर्व अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग जबलपुर संभाग डाॅ.के.एल. जैन साहब ने की जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में डाॅ. एम. प्रसाद (क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग भोपाल), डाॅ. बहादुर सिंह परमार (छतरपुर)(परीक्षा संगठक) छत्रसाल विश्वविद्वालय छतरपुर, डाॅ. जवाहर लाल द्विवेदी,पूर्व प्राचार्य (राघौगढ़),डाॅ. राज गोस्वामी (दतिया) रहे।

इस अवसर पर डाॅ.एम.एल प्रभाकर के अभिनंदन ग्रंथ ‘मनस्वी’ एवं उनकी 3 कृतियाँ ‘अपनी राम कहानी’,‘भूलों बिसरो बुन्देली लोक साहित्य’ एवं ‘बुंदेली वैभव’ का विमोचन अतिथियों के द्वारा किया गया।
पूर्व राज्य मंत्री हरगोविन्द्र कुशवाहा ने अपने उद्वोधन में कहा कि-‘कविता वहीं जो जनमानस को प्रभावित करें। उन्होंने तुलसीदास ,कबीर, मीरा आदि अनेक पूर्व कवियों के उदाहरण दिये।’

छत्रसाल विश्वविद्यालय छतरपुर, से आये डाॅ. बहादुर सिंह परमार (छतरपुर) ने कहा कि-अभावों में लिखा गया साहित्य कालजयी होता है। डाॅ. प्रभाकर जी ने लोक साहित्य में अनेक ग्रंथ सृजित किये। 

वरिष्ठ कवि रतिभान कंज जी नैगुवां ने अपने उद्वोधन में डाॅ. प्रभाकर ने आधा दर्जन महाकाव्य लिखे है लेकिन उन्होंने कभी स्वयं को ‘महाकवि’ नहीं लिखा यह उनकी विनम्रता है। वे दिखावे से दूर मौन साधक है। डाॅ. प्रभाकर का आज जन्म दिन भी था सभी ने उन्हेें बधाईयाँ एवं शुभकामनाएँ दी।

इस अवसर पर बुन्देलखण्ड आये हुए सभी साहित्यकारों का सम्मान किया गया जिनमें प्रमुख रूप से पं. भगवंत तिवारी (दतिया),पं. रतिभानु तिवारी‘कंज’(नैगुवां),डॉ. देवदत्त द्विवेदी (बड़ा मलहरा) पं.वीरेन्द्र त्रिपाठी (पृथ्वीपुर),पं. रामानंद ‘नंद’ (नैगुवा),पं.बाबूलाल द्विवेदी (छिल्ला),गोन्विद सिंह ‘गिदवाहा’(मड़ाबरा), शोभाराम दांगी ‘इन्दु’ (नदनवारा),प्रमोद मिश्रा(बल्देवगढ़), यदुकलनंदन खरे (बल्देवगढ़),भगवत नारायण रामायणी (देवीनगर),जयहिंद सिंह जयहिंद (पलेरा), बालमुन्द कड़ा (पृथ्वीपुर), अनूप गोस्वामी (दतिया), अरुण सिद्ध (दतिया), डाॅ. आर.पी तिवारी,कौशल किशोर भट्ट ,शीलचन्द्र जैन सहित स्थानीय साहित्यकार उपस्थित रहे। दूसरे सत्र में शानदार ‘कवि सम्मेलन’ हुआ
कार्यक्रम का संयोजक एवं संचालन साहित्यकार राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने किया एवं सभी का आभार डाॅ. एम.एल. प्रभाकर जी ने व्यक्त किया।

*रपट -राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’*
संपादक ‘आकांक्षा’ (हिन्दी) पत्रिका
अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़
शिवनगर कालौनी,टीकमगढ़ (म.प्र.) 9893520965

mansvi abhinandan granth

 ‘मनस्वी’ अभिनंदन ग्रंथ का विमोचन एवं सम्मान समारोह:- 

 डाॅ.एल.प्रभाकर के ‘अभिनंदन ग्रंथ’सहित 3 कृतियों का विमोचन हुआ- 

 टीकमगढ़// दिनांक -4-11-2024 को अपूर्व होटल टीकमगढ़ में मप्र लेखक संघ टीकमगढ़ एवं श्री वीरेन्द्र केशव साहित्य परिषद् टीकमगढ़ के संयुक्त आयोजन में बुन्देलखण्ड के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार डाॅ. एम एल. प्रभाकर के अभिनंदन ग्रंथ ‘मनस्वी’ का विमोचन एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया।

          समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व राज्य मंत्री उ.प्र.शासन माननीय श्री हरगोविन्द्र कुशवाहा जी रहे एवं अध्यक्षता पूर्व अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग जबलपुर संभाग डाॅ.के.एल. जैन साहब ने की जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में डाॅ. एम. प्रसाद (क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग भोपाल), डाॅ. बहादुर सिंह परमार (छतरपुर)(परीक्षा संगठक) छत्रसाल विश्वविद्वालय छतरपुर, डाॅ. जवाहर लाल द्विवेदी,पूर्व प्राचार्य (राघौगढ़),डाॅ. राज गोस्वामी (दतिया) रहे।

         इस अवसर पर डाॅ.एम.एल प्रभाकर के अभिनंदन ग्रंथ ‘मनस्वी’ एवं उनकी 3 कृतियाँ ‘अपनी राम कहानी’,‘भूलों बिसरो बुन्देली लोक साहित्य’ एवं ‘बुंदेली वैभव’ का विमोचन अतिथियों के द्वारा किया गया। 

      पूर्व राज्य मंत्री हरगोविन्द्र कुशवाहा ने अपने उद्वोधन में कहा कि-‘कविता वहीं जो जनमानस को प्रभावित करें। उन्होंने तुलसीदास ,कबीर, मीरा आदि अनेक पूर्व कवियों के उदाहरण दिये।’ 

         छत्रसाल विश्वविद्यालय छतरपुर, से आये डाॅ. बहादुर सिंह परमार (छतरपुर) ने कहा कि-अभावों में लिखा गया साहित्य कालजयी होता है। डाॅ. प्रभाकर जी ने लोक साहित्य में अनेक ग्रंथ सृजित किये। वरिष्ठ कवि रतिभान कंज जी नैगुवां ने अपने उद्वोधन में डाॅ. प्रभाकर ने आधा दर्जन महाकाव्य लिखे है लेकिन उन्होंने कभी स्वयं को ‘महाकवि’ नहीं लिखा यह उनकी विनम्रता है। वे दिखावे से दूर मौन साधक है। डाॅ. प्रभाकर का आज जन्म दिन भी था सभी ने उन्हेें बधाईयाँ एवं शुभकामनाएँ दी। 

        इस अवसर पर बुन्देलखण्ड आये हुए सभी साहित्यकारों का सम्मान किया गया जिनमें प्रमुख रूप से पं. भगवत तिवारी (दतिया),पं. रतिभानु तिवारी‘कंज’(नैगुवां),डॉ. देवदत्त द्विवेदी (बड़ा मलहरा)पं.वीरेन्द्र त्रिपाठी (पृथ्वीपुर),पं. रामानंद‘नंद’(नैगुवा),पं.बाबूलाल द्विवेदी(छिल्ला),गोन्विद ंिसह ‘गिदवाहा’ (मड़ाबरा), शोभाराम दांगी ‘इन्दु’(नदनवारा), प्रमोद मिश्रा(बल्देवगढ़), यदुकलनंदन खरे (बल्देवगढ़),भगवत नारायण रामायणी (देवीनगर),जयहिंद सिंह जयहिंद (पलेरा), बालमुन्द कड़ा (पृथ्वीपुर), अनूप गोस्वामी (दतिया), अरुण सिद्ध (दतिया), डाॅ. आर.पी तिवारी,कौशल किशोर भट्ट ,शीलचन्द्र जैन सहित स्थानीय साहित्यकार उपस्थित रहे।

      दूसरे सत्र में शानदार ‘कवि सम्मेलन’ हुआ कार्यक्रम का संयोजक एवं संचालन साहित्यकार राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने किया एवं सभी का आभार डाॅ. एम.एल. प्रभाकर जी ने व्यक्त किया। 
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 रपट -राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ 
 संपादक ‘आकांक्षा’ (हिन्दी) पत्रिका 
 अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़ शिवनगर कालौनी,टीकमगढ़ (म.प्र.)-9893520965