डाॅ.एल.प्रभाकर के ‘अभिनंदन ग्रंथ’सहित 3 कृतियों का विमोचन हुआ-
टीकमगढ़// दिनांक -4-11-2024 को अपूर्व होटल टीकमगढ़ में मप्र लेखक संघ टीकमगढ़ एवं श्री वीरेन्द्र केशव साहित्य परिषद् टीकमगढ़ के संयुक्त आयोजन में बुन्देलखण्ड के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार डाॅ. एम एल. प्रभाकर के अभिनंदन ग्रंथ ‘मनस्वी’ का विमोचन एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व राज्य मंत्री उ.प्र.शासन माननीय श्री हरगोविन्द्र कुशवाहा जी रहे एवं अध्यक्षता पूर्व अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग जबलपुर संभाग डाॅ.के.एल. जैन साहब ने की जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में डाॅ. एम. प्रसाद (क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग भोपाल), डाॅ. बहादुर सिंह परमार (छतरपुर)(परीक्षा संगठक) छत्रसाल विश्वविद्वालय छतरपुर, डाॅ. जवाहर लाल द्विवेदी,पूर्व प्राचार्य (राघौगढ़),डाॅ. राज गोस्वामी (दतिया) रहे।
इस अवसर पर डाॅ.एम.एल प्रभाकर के अभिनंदन ग्रंथ ‘मनस्वी’ एवं उनकी 3 कृतियाँ ‘अपनी राम कहानी’,‘भूलों बिसरो बुन्देली लोक साहित्य’ एवं ‘बुंदेली वैभव’ का विमोचन अतिथियों के द्वारा किया गया।
पूर्व राज्य मंत्री हरगोविन्द्र कुशवाहा ने अपने उद्वोधन में कहा कि-‘कविता वहीं जो जनमानस को प्रभावित करें। उन्होंने तुलसीदास ,कबीर, मीरा आदि अनेक पूर्व कवियों के उदाहरण दिये।’
छत्रसाल विश्वविद्यालय छतरपुर, से आये डाॅ. बहादुर सिंह परमार (छतरपुर) ने कहा कि-अभावों में लिखा गया साहित्य कालजयी होता है। डाॅ. प्रभाकर जी ने लोक साहित्य में अनेक ग्रंथ सृजित किये। वरिष्ठ कवि रतिभान कंज जी नैगुवां ने अपने उद्वोधन में डाॅ. प्रभाकर ने आधा दर्जन महाकाव्य लिखे है लेकिन उन्होंने कभी स्वयं को ‘महाकवि’ नहीं लिखा यह उनकी विनम्रता है। वे दिखावे से दूर मौन साधक है। डाॅ. प्रभाकर का आज जन्म दिन भी था सभी ने उन्हेें बधाईयाँ एवं शुभकामनाएँ दी।
इस अवसर पर बुन्देलखण्ड आये हुए सभी साहित्यकारों का सम्मान किया गया जिनमें प्रमुख रूप से पं. भगवत तिवारी (दतिया),पं. रतिभानु तिवारी‘कंज’(नैगुवां),डॉ. देवदत्त द्विवेदी (बड़ा मलहरा)पं.वीरेन्द्र त्रिपाठी (पृथ्वीपुर),पं. रामानंद‘नंद’(नैगुवा),पं.बाबूलाल द्विवेदी(छिल्ला),गोन्विद ंिसह ‘गिदवाहा’ (मड़ाबरा), शोभाराम दांगी ‘इन्दु’(नदनवारा), प्रमोद मिश्रा(बल्देवगढ़), यदुकलनंदन खरे (बल्देवगढ़),भगवत नारायण रामायणी (देवीनगर),जयहिंद सिंह जयहिंद (पलेरा), बालमुन्द कड़ा (पृथ्वीपुर), अनूप गोस्वामी (दतिया), अरुण सिद्ध (दतिया), डाॅ. आर.पी तिवारी,कौशल किशोर भट्ट ,शीलचन्द्र जैन सहित स्थानीय साहित्यकार उपस्थित रहे।
दूसरे सत्र में शानदार ‘कवि सम्मेलन’ हुआ
कार्यक्रम का संयोजक एवं संचालन साहित्यकार राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने किया एवं सभी का आभार डाॅ. एम.एल. प्रभाकर जी ने व्यक्त किया।
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रपट -राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
संपादक ‘आकांक्षा’ (हिन्दी) पत्रिका
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