चुनावी क्षणिका—'चुनावी लहर'
सोलह दल मिलकर रहे।
सोलह का इंतजार।
नैया दिखती डूबती।
अब कौन लगाये पार।
कह 'राना' कविराय,
लहर मोदी की छाई।
सत्ता परिवर्तन की,
अब है बारी आयी।।
888
कवि—राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
टीकमगढ़ (म.प्र.)
सोलह दल मिलकर रहे।
सोलह का इंतजार।
नैया दिखती डूबती।
अब कौन लगाये पार।
कह 'राना' कविराय,
लहर मोदी की छाई।
सत्ता परिवर्तन की,
अब है बारी आयी।।
888
कवि—राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
टीकमगढ़ (म.प्र.)
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