Rajeev Namdeo Rana lidhorI

बुधवार, 26 जुलाई 2023

‘राना लिधौरी’ को साहित्य अकादमी का इक्यावन हजार का पुरष्कार मिला:-

‘राना लिधौरी’ को साहित्य अकादमी का इक्यावन हजार का पुरष्कार मिला:- ‘बुंदेली’ में ‘इक्यावन हजार का श्री छत्रसाल

 स्मृति पुरस्कार राना लिधौरी को- टीकमगढ़//साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्,मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग,भोपाल द्वारा कैलेण्डर वर्ष 2021 के मध्यप्रदेश की ‘बुंदेली’ बोली में ‘श्री छत्रसाल स्मृति पुरस्कार के लिए टीकमगढ़ जिले की साहित्यिक संस्था म.प्र. लेखक संघ के जिलाध्यक्ष एवं ‘आकांक्षा’ पत्रिका के संपादक ख्यातिप्राप्त साहित्यकार राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’’ की कृति ‘बंुदेलखण्ड की घुमक्कड़ी’ (यात्रा संस्मरण) को चुना गया है। श्री राना लिधौरी को 51000रूपए का चैक, शाल श्रीफल, एवं सम्मानपत्र आदि भैंट कर भोपाल में पुरष्कृत किया गया। अलंकरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मान. सुश्री उषा ठाकुर जी मंत्री-संस्कृति पर्यटन, धार्मिक एवं धर्मस्य मध्यप्रदेश शासन एवं फिल्म कलाकार श्री आशुतोष राणा जी, श्री अदिति कुमार त्रिपाठी संचालक संस्कृति व साहित्य अकादमी के निदेशक डाॅ .विकास दवे आदि के करकमलांे द्वारा रविन्द्र भवन भोपाल में प्रदान किया गया। गौरतलब हो कि राना लिधौरी की अब तक 4 बुन्देली एवं 4 हिन्दी में पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है एवं 11 पुस्तकों का संपादन करते हुए 134 ‘ई बुकों’ का संपादन एवं प्रकाशन कर चुके हैं। टीकमगढ़ जिले से प्रकाशित होने वाली एकमात्र साहित्यक पत्रिका ‘‘आकांक्षा’’ का प्रकाशन विगत 18 सालों से नियमित करते आ रहे हैं। कुल सालों से ‘अनुश्रुति’ नाम से एक बुन्देली की त्रैमासिक ई पत्रिका का भी नियमित प्रकाशन कर रहे है। ‘राना लिधौरी द्वारा ‘बुन्देलखण्ड के आधुनिक कवि गं्रथ का प्रकाशन किया गया है, जो कि बहुत चर्चा में है। राना लिधौरी के हिन्दी एवं बुन्देली ब्लाग को अब तक 84 देशों के 130000 पाठक पढ़ चुके है। इसके पूर्व राना लिधारी को उनकी कृति ‘लुक-लुक की बीमारी’ बुंदेली (़गद्य व्यंग्य संग्रह) तत्कालीन राज्यपाल मध्यप्रदेश मान.आनंदी बेन पटेल द्वारा सन् 2018 में भोपाल में 5000रूपए शांति देवी पुरस्कार से सम्मानित किया था। तीन राज्यपाल सहित देशभर से लगभग 170. सम्मान प्राप्त ‘राना लिधौरी’ हिन्दी एवं बुन्देली में साहित्य के लिए समर्पित राना लिधौरी आजकल खूब सुर्खियों में है हाल की में उनका ‘राना लिधौरीः गौरव ग्रंथ 426 पेजों में प्रकाशित हुआ है। राना लिधौरी ने चुने जाने पर साहित्य अकादमी के निदेशक ने डाॅ. विकास दुवे जी,श्री राकेश सिंह एवं चयन समिति का अभार प्रकट किया है। इस उपलब्धि पर राना लिधौरी को जिले में साहित्यकारों ने बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ दी है जिसमें प्रमुख रूप से पं. हरिविष्णु अवस्थी, श्री रामगोपाल रैकवार, एन.डी.सोनी विजय मेहरा,मुन्ना मिश्रा,उमाश्ंाकर मिश्रा, शील चन्द्र जैन, चाँद मोहम्मद,सुभाष सिंघई, सियाराम अहिरवार,डाॅ. प्रीति ंिसंह परमार,स्वामी पस्तोर,राम तिवारी,प्रदीप खरे, जगदीश गुप्त,कैलाश श्रीवास्तव आदमी, अनिल अयान,डाॅ. राज गोस्वामी,डाॅ. अनीता अभिताभ गोस्वामी,जाबिर गुल,अशोक पटसारिया,गणतंत्र ओजस्व,एस.आर.सरल,डाॅ. आर.के.प्रजापति,सुरमणि,वीरेन्द्र चंसौरिया सहित हजारों साहित्यकार है। रपट / राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ संपादक ‘आकांक्षा’ पत्रिका अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़ संपादक-‘अनुश्रुति’ बुन्देली त्रैमासिक ई पत्रिका अध्यक्ष-वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़ पूर्व महामंत्री-अ.भा.बुन्देलखण्ड साहित्य एवं संस्कृति परिषद