म.प्र.लेखक संघ की ‘नव सम्वतसर’ पर 246वीं गोष्ठी हुई
टीकमगढ़// साहित्यिक संस्था म.प्र. लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ की 246वीं गोष्ठी ‘‘नव सम्वतसर हिन्दू नव वर्ष पर केन्द्रित कवि गोष्ठी ‘आकांक्षा’ पब्लिक स्कूल,टीकमगढ़ में आयोजित की गयी।
गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ इतिहासकार श्री हरिविष्णु अवस्थी जी ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ट साहित्यकार श्री आर.एस.शर्मा जी रहे एवं विशिष्ट अतिथि कवि प्रेम नारायण विश्वकर्मा जी रहे
म.प्र.लेखक संघ के अध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी ने ‘हाइकु’ में शारदा माँ की वंदना की-हे माँ शारदे यश,मान, ज्ञान से झोली भर दे, हे माँ शारदे ईश्वर को ना भूलंू मति कर दे।।
हे माँ शारदे चंचल मन को शांत कर दे, हे माँ शारदे हमें यहीं वर दे बुद्धि भर दे।।
पूरनचन्द्र गुप्ता ने सुनाया-गत वर्ष की अंतिम रात ने पूंछा नव प्रभात से जब,
बंदे तेरे स्वागत में क्यों जन उत्साहित लगते तब।।
रामगोपाल रैकवार ’ने पढ़ा- न बोलने दिया सन्नाटों ने, न जमने दिया ज्वार-भाटों ने।
बल्देवगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार यदुकुल नंदन खरे ने पढ़ा- दोस्तों यह डिजीटल इंडिया है,
जिसमें गरीबी नहीं दिखती।।
पलेरा के रविन्द्र यादव ने पढ़ा-
गरीबों के हाथों में निबाले नहीं रहे,अब अच्छे लोगों के हवाले नहीं रहे।े
बोलते तो लोग अब मजबूरी में है, क्योंकि खामोशी समझने वाले नहीं रहे।।
दयालीराम विश्वकर्मा ने पढ़ा- हिन्दू नव वर्ष की शुभकामनाएँ रहे सभी के साथ,
सुक्का सोना-सोना काटे साँवरिया के साथ।।
परमेश्वरीदास तिवारी ने पढ़ा- देश के जवानों तुमको मेरा सलाम,
नया साल हो मुबारक नये साल का सलाम।
अजीत श्रीवास्तव ने व्यंग्य ‘इलैक्शन का मौसम’ सुनाया।
इनके अलावा पं.हरिविष्णु अवस्थी,आर.एस.शर्मा, डी.पी. यादव एडवोकेट ने भी अपनी रचनाएँ सुनायी।
गोष्ठी का संचालन रविन्द्र यादव ने किया तथा सभी का आभार रामगोपाल रैकवार ने माना।
---
रपट-राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
जिलाध्यक्ष-म.प्र. लेखक संघ,टीकमगढ़
टीकमगढ़ (म.प्र.) मोबाइल-9893520965
E-Mail- ranalidhori@gmail.com
lekhak sangh
टीकमगढ़// साहित्यिक संस्था म.प्र. लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ की 246वीं गोष्ठी ‘‘नव सम्वतसर हिन्दू नव वर्ष पर केन्द्रित कवि गोष्ठी ‘आकांक्षा’ पब्लिक स्कूल,टीकमगढ़ में आयोजित की गयी।
गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ इतिहासकार श्री हरिविष्णु अवस्थी जी ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ट साहित्यकार श्री आर.एस.शर्मा जी रहे एवं विशिष्ट अतिथि कवि प्रेम नारायण विश्वकर्मा जी रहे
म.प्र.लेखक संघ के अध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी ने ‘हाइकु’ में शारदा माँ की वंदना की-हे माँ शारदे यश,मान, ज्ञान से झोली भर दे, हे माँ शारदे ईश्वर को ना भूलंू मति कर दे।।
हे माँ शारदे चंचल मन को शांत कर दे, हे माँ शारदे हमें यहीं वर दे बुद्धि भर दे।।
पूरनचन्द्र गुप्ता ने सुनाया-गत वर्ष की अंतिम रात ने पूंछा नव प्रभात से जब,
बंदे तेरे स्वागत में क्यों जन उत्साहित लगते तब।।
रामगोपाल रैकवार ’ने पढ़ा- न बोलने दिया सन्नाटों ने, न जमने दिया ज्वार-भाटों ने।
बल्देवगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार यदुकुल नंदन खरे ने पढ़ा- दोस्तों यह डिजीटल इंडिया है,
जिसमें गरीबी नहीं दिखती।।
पलेरा के रविन्द्र यादव ने पढ़ा-
गरीबों के हाथों में निबाले नहीं रहे,अब अच्छे लोगों के हवाले नहीं रहे।े
बोलते तो लोग अब मजबूरी में है, क्योंकि खामोशी समझने वाले नहीं रहे।।
दयालीराम विश्वकर्मा ने पढ़ा- हिन्दू नव वर्ष की शुभकामनाएँ रहे सभी के साथ,
सुक्का सोना-सोना काटे साँवरिया के साथ।।
परमेश्वरीदास तिवारी ने पढ़ा- देश के जवानों तुमको मेरा सलाम,
नया साल हो मुबारक नये साल का सलाम।
अजीत श्रीवास्तव ने व्यंग्य ‘इलैक्शन का मौसम’ सुनाया।
इनके अलावा पं.हरिविष्णु अवस्थी,आर.एस.शर्मा, डी.पी. यादव एडवोकेट ने भी अपनी रचनाएँ सुनायी।
गोष्ठी का संचालन रविन्द्र यादव ने किया तथा सभी का आभार रामगोपाल रैकवार ने माना।
---
रपट-राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
जिलाध्यक्ष-म.प्र. लेखक संघ,टीकमगढ़
टीकमगढ़ (म.प्र.) मोबाइल-9893520965
E-Mail- ranalidhori@gmail.com
lekhak sangh