kavi sammelan tikamgarh म.प्र.लेखक संघ के कवि सम्मेलन न समां बांधा- Date 1-12-2019 Tikamgarh (M.P.)
(भोपाल, सागर,पृथ्वीपुर,जतारा,बल्ेदवगढ़ से पधारे कवि)
अमर शहीद नारायणदास खरे को किया याद
255th kavi gosthi
टीकमगढ़// नगर सर्वाधिक सक्रिय साहित्यिक संस्था म.प्र. लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ की बेनर तले वीर रस पर कवि सम्मेलन ‘आकांक्षा’ पब्लिक स्कूल,शिवनगर कालोनी,टीकमगढ़ में आयोजित किया गया। अध्यक्षता भोपाल से पधारे युवा कवि श्री मुकेश कबीर ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में पृथ्वीपुर से आये कवि डाॅ. राजेश पाठक रहे व विशिष्ट अतिथि जतारा से पधारे ओज कवि श्री महेन्द्र चैधरी व सागर से पधारे प्रो. डाॅ. राम राज उपाध्याय रहे।
माँ सरस्वती की बंदना के पश्चाात् कवि सीताराम राय ‘परदेशी’ ने रचना पढ़ी-
भारत खों आजाद करावे जान की दई कुर्वानी,
अमर शहीद नारायण दास जी हो गई अमर कहानी।।
भोपाल से आये कवि मुकेश कबीर पढ़ा- बेटियों को बचायेगा कौन, जब रेप करने वाले विधायक हुए।
जतारा के ओज कवि’ महेन्द्र चैधरी ने वीर रस में पढ़ा- जहाँ वृद्धाआश्रम में माता को छोड़ दिया जाता।
जन्म जननी से नाता पल में तोड़ दिया जाता।।
जहाँ जुएँ में दाब लगा देवी का चैसर गोटी में।
जहाँ इज्ज़त भी बिक जाती है भूख मिटाने रोटी में।।
म.प्र.लेखक संघ के जिलाध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने ग़ज़ल सुनायी-
देश रक्षा के लिए खून बहाने की जगह,लहू हम दंगे फंसादों में बहा देते है।।
हम तो सहते है ज़माने के सितम हँस-हँसकर,हम नहीं हो जिन्हें हालात रूला देते है
बल्देवगढ़ से पधारे यदुकुल नंदन खरे ने पढ़ा- जन जीवन में प्रीति जगाने, कब आओगे मरे राम।।
शिवचरण उटमालिया ने ग़ज़ल पढ़ी-कहीं पे दिल नहीं लगता है, दिलरूबा के बगैंर।
कहाँ पे ढूँढ़ने जाऊँ उसे, पता के बगै़र।।
परमेश्वरीदास तिवारी ने पढ़ा- मानव बनकर धरा धाम पर आये थे श्रीराम।
जो उनके आदर्श निभाये,पूर्ण होये सब काम।।
दयालीराम विश्वकर्मा ने पढ़ा- आ गए राम विवाह के लाने, न इतनों घबराने।।
पूरन चन्द्र गुप्ता ‘पूरन’ ने पढ़ा- चले गुरू संग विश्वामित्र के धनुष यज्ञ मण्डप छाये।
तोड़ा धनुष राम ने जबही सिय स्वयंवर वर लाये।।
इनके अलावा डाॅ.राम राजा पाठक सागर, डाॅ. प्रतिमा यादव भोपाल, डाॅ. राजेश पाठक पृथ्वीपर, डाॅ. एन.एम. अवस्थी, पं.हरिविष्णु अवस्थी, विजय मेहरा, राजीव नामदेव, अजीत श्रीवास्तव,कौशल किशोर भट््ट, डाॅ. हरिहर यादव, आदि ने भी अपनी रचनाएँ सुनायीं। ग़ज़ल गोष्ठी का संचालन अजीत श्रीवास्तव ने किया तथा सभी का आभार विजय मेहरा श्रीवास्तव ने माना।
- रपट-राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
जिलाध्यक्ष-म.प्र. लेखक संघ,टीकमगढ़
टीकमगढ़ (म.प्र.) मोबाइल-9893520965
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