प्रचलित गलत कहावतें 
शुद्ध कहावतें यह है 
1- शेर को सवा शेर
सही कहावत-
सेर को सवा सेर  है।
सेर वजन तोलने का मात्रक है 
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2-
अल्ला मेहरबान तो गधा पहलवान 
सही कहावत
अल्ला मेहरबान तो गदा पहलवान 
फारसी में गंदा का अर्थ भिखारी,गरीब होता है।
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3
अक्ल बड़ी कि भैंस
सही- अक्ल बड़ी कि वायस (वांयस)
वायस का अर्थ संस्कृत में आयु उम्र होता है।
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4-
दूर के ढोल सुहावने लगते हैं 
दूर के टोल सुहावने लगते हैं 
टोल राजस्थानी शब्द है जिसका अर्थ है पहाड़ 
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5-
हे खग मृग मधुकर सैनी, तुम देखी सीता मृग नैनी। 
पहले मृग का अर्थ जानवर होता है मृग मतलब मिट्टी के चलने वाले मृ- मित्रिका मिट्टी और ग का अर्थ गमन अर्थात मिट्टी में गमन करने वाले।
खग आकाश में गमन करने वाले अर्थात पक्षी।
6-
बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर।
पंछी को छाया नहीं फल लागे अति दूर।।
या पर पंछी नहीं पंथी सही शब्द है पंथी= राहगीर।
सही दोहा है-
बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर।
पंथी को छाया नहीं फल लागे अति दूर।।
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7
✍️ राजीव नामदेव"राना लिधौरी"
           संपादक "आकांक्षा" पत्रिका
संपादक-'अनुश्रुति'त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
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