Rajeev Namdeo Rana lidhorI

बुधवार, 6 मार्च 2019

‘‘राना लिधौरी वनमाली सृजन केन्द्र के जिलाध्यक्ष बने’

‘‘राना लिधौरी वनमाली सृजन केन्द्र के जिलाध्यक्ष बने’

टीकमगढ़// रविन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय एवं रविन्द्रनाथ टैगोर विश्वकला एवं संस्कृति केन्द्र भोपाल द्वारा वनमाली सृजन केन्द्रों का राष्ट्रीय सम्मेलन रविन्द्रनाथ टेगोर विश्वविद्यालय भोपाल में आयोजित किया गया जिसमें 10 राज्यों से 114 सजृन केन्द्रों से 150 साहित्यकार उपस्थित रहे। वनमाली सृजन पीठ के अध्यक्ष श्री संतोष चैबे जी द्वारा 114 वनमाली सृजन केन्द्रों के अध्यक्षों की घोषणा करते हुए टीकमगढ़ का जिला अध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ को मनोनीत किया हैं। 
गौरतलब हो कि राना लिधौरी म.प्र. लेखक संध के जिलाध्यक्ष एवं अ.भा.बुन्देलखण्ड परिषद टीकमगढ़ के जिला महामंत्री है एवं ‘आकांक्षा’ पत्रिका विगत 14 वर्षो से संपादन करते आ रहे है। उनकी 6 पुस्तके छप चुकी है एवं एक दर्जन पुस्तकों-पत्रिकाओं का संपादन कर चके है ।  अपने संयोजन में अब तक 300से अधिक कविगोष्ठी एवं कवि सम्मेलन आयोजित करा चुके है। राना लिधौरी म.प्र. एवं उ.प्र. के तीन महामहिम राज्यपालों सहित 80 सम्मानों से विभूषित होते हुए साहित्य सेवा में निरंतर सक्रिय है। 
इस उपलब्धि पर नगर के साहित्यकारों, शुभचिंतकों, ने राना लिधौरी को बधाईयाँ व शुभकामनाएँ दी है। बधाई देने वालों में सर्वश्री पं.हरिविष्णु अवस्थी,अजीत श्रीवास्वत,राम गोपाल रैकवार, डाॅ.रूखसाना सिद्दीकी, विजय मेहरा,परमेश्वरीदास तिवारी,सीताराम राय,आर.एस.शर्मा, वीरेन्द्र चंसौरिया, सियाराम अहिरवार, गुलाब सिंह यादव,रविन्द्र यादव,महेन्द्र यादव,उमाशंकर मिश्रा, भारत विजय बगेरिया आदि साहित्यकारों ने बधाईयाँ दी।

-राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
जिला अध्यक्ष-म.प्र.लेखक संघ
 टीकमगढ़ मोबाइल-9893520965
vanmali srajan peeth

रविवार, 3 मार्च 2019

(म.प्र.लेखक संघ की ‘हास्य व्यंग्य पर 245वीं गोष्ठी हुई Date- 3-3-2019 Tiakamgarh

जीखौ बोलवे उर लिखवै को अटकर तक नइयाँ ...........राना लिधौरी
(म.प्र.लेखक संघ की ‘हास्य व्यंग्य पर 245वीं गोष्ठी हुई) 

टीकमगढ़// साहित्यिक संस्था म.प्र. लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ की 245वीं गोष्ठी ‘‘हास्य व्ंयग्य पर केन्द्रित कवि गोष्ठी ‘आकांक्षा’ पब्लिक स्कूल,टीकमगढ़ में आयोजित की गयी। गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ व्यंग्यकार  श्री रामगोपाल रैकवार जी ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में शासकीय जिला पुस्तकालय के लाइबे्ररियन युवा व्यंग्यकार श्री विजय कुमार मेहरा जी रहे।
सरस्वती बंदना कर गोष्ठी का शुभांरभ करते हुए सीताराम राय ‘सरल’ ने गीत पढ़ा-
बन ठन के दूल्हा शिवशंकर,गौरा को ब्याहन आये है।
लखौरा के गुलाब सिंह यादव ‘भाऊ’ने पढ़ा- डँूडा बैल पैइला बैठों करिया चड़ो करईयारे,
  जटा जूट और आंग भवूती ढंग को नइ्रया रे।।
म.प्र.लेखक संघ के अध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी ने ‘बुंदेली व्यंग्य कविता सुनायी-
जीखौं बोलवे और लिखवे को अटकर तक नइयाँ वे अब चेला और चमचे बना रय।
बन्न बन्न के उन्ना पैर कै दाढी रखारय, बेई अब मंचन पै कब्जा जमा रये।।
राम गोपाल रैकवार’ ने पढ़ा-
नमन तो हो चुका बहुत, अब शमन करेगें हम, देशघातियों का भी अब दमन करेंगे हम।
भारत के हिम किरीट को नत न होने देंगे हम, वादी-ए कश्मीर को फिर चमन करेंगे हम।।
बल्देवगढ़ के साहित्यकार कोमल चंद बजाज ने पढ़ा- चारों ओर मचा हुआ है बर्बादी का अब मंजर।
देश मिटावे लिए हुए है भ्रष्टाचारी अब खंजर।।
अनवर खान साहिल’ ने ग़ज़ल पढी-
लेके हाथों में आ जाओ हथियार को,तोड़ दो सारी संयम की दीवार को।
वार्तायें बहुत हो चुकी दोस्तों,घर-धर में घुसकर मारो गुनहगारों को।।
पलेरा के रविन्द्र यादव ने पढ़ा-हिन्दू,ईसाई,सिक्ख,मुस्लमान नहीं हो,
तुम कुछ भी नहीं हो गर इंसान नहीं हो।
रामेश्वर राय ‘परदेशी’ ने पढ़ा-कविता के लाने काये फिरत हो सिर्रयाने,विद जाने हिराने गदा खो कुट जाने है
डी.पी.शुक्ला ने पढ़ा-इस मावठ में गिरे सरस रस,डर कब गिर जाएए औला आन।
पाक प्रेम की भाषा बोले कब सरहद पर फैंके गोला तान।।
प्रमोद गुप्ताने पढ़ा-‘चीकट भैया तुम हो लइयों,भानेजन की लाज बचइयो। नाते रिश्ते सबई समरियों।।
वी.एल जैन ने पढ़ा-‘मम्मी की दुकान’ हास्य कविता पढ़ी।
वहीं परमेश्वरीदास तिवारी ने ‘जय मच्छर’ हास्य कविता सुनायी।
डी.पी. यादव एडवोकेट ने पढ़ा- जाँबाजों की जवानी का पुलवामा की कुर्वानी का बंदन है।
गोष्ठी का संचालन रविन्द्र यादव ने किया तथा सभी का आभार अध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी ने माना।
रपट-राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
जिलाध्यक्ष- म.प्र. लेखक संघ,टीकमगढ़
टीकमगढ़ (म.प्र.)मोबाइल-9893520965
E-Mail- ranalidhori@gmail.com





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