Rajeev Namdeo Rana lidhorI

सोमवार, 2 सितंबर 2019

म.प्र.लेखक संघ की ‘गणेश उत्सव पर 252वीं कवि गोष्ठी हुई




















rajeev namdeo rana lidhori
Date 1-9-2019 Tiakamgarh (M.P.)
म.प्र.लेखक संघ की ‘गणेश उत्सव पर 252वीं कवि गोष्ठी हुई 
 
टीकमगढ़// साहित्यिक संस्था म.प्र. लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ की 220वीं गोष्ठी ‘‘गणेश उत्सव’ पर केन्द्रित कवि गोष्ठी ‘आकांक्षा’ पब्लिक स्कूल,शिवनगर कालोनी,टीकमगढ़ में आयोजित की गयी। गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ शायर श्री शिवचरण उटमालिया’ जी ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में वेदाचार्य प्रेमनारायण शर्मा जी रहे एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में रंगकर्मी श्री गिरीश तैलंग जी रहे।  राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने बताया कि उनके संपादन के अतिशीघ्र टीकमगढ़ के कवियों का एक ‘‘काव्य संकलन’’ प्रकाशित होने जा रहा है जिसके लिए काव्य रचनाएँ सहयोग सहित आंमत्रित की गयी है। अधिक जानकारी के लिए नगर के साहित्यकार उनसे संपर्क कर सकते है।
गीतकार सीताराम राय ‘सरल’ सरस्वती बंदना करते हुए पढा- हंस पे हो के सवार पधारों शारदे मैया
अपरवल से पधारे प्रेमनारायण शर्मा’ ने पढ़ा-  श्री गणपति गजानन गौरी नंदन का करु बंदन।
गुना से आये कवि मतादीन यादव ‘अनुपम’ ने पढ़ा-बाँधत है फूल गदूल तीजा के त्यौहार में
म.प्र.लेखक संघ के अध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी ने ‘गणेश वंदन’ करते हुए पढ़ा- 
 सभी के कष्ट हर दो हे गजानन विनती है मेरी,
                                                 सभी की झोली भर दो हे गजानन विनती है मेरी, 
करमोरा से पधारे वरिष्ठ कवि रघुवीर सिंह यादव ने पढ़ा- धूल दियो चरणन से, रिश्तों जोड़ रहो लगन से।।
लखौरा से पधारे कवि गुलाब सिंह यादव‘भाऊ’ ने पढ़ा-
गौरी के लला हो मोर करिययों कृपा की नजरिया मोरे।
रामेश्वर राय ‘परदेशी’ ने सुनाया-घर में आन विराजों गजानन,गिरजा जू के लालन घर में आन विराजो।
दयाली विश्वकर्मा ने सुनाया- करहों गणपति जू को वंदन,वार-वार अभिनंदन करहो गणपति जू को वंदन।
पूरन चन्द्र गुप्ता ने पढ़ा-प्रथम मनाऊँ तुम्हें गणेशा, तुम विन काज न होते है आकर वि़द्यन हरो तुम देवा।।
शायर बशीर फराज ने पढ़ा-सतयुग में हैं सिंदूरी माता सति के संग,
 अदभुद हैं गणपति जी अदभुद है इनके रंग।
शकील खान ने पढ़ा- फिजाओं में किसने ये घोला जहर फिर जलने लगा देखो सारा शहर।
डी.पी.शुक्ला ने सुनाया- जय गण पति गौरा के गजानन,शिवशंकर ने नाम धराए।
परमेश्वरीदास तिवारी, ने ‘लघुकथा’ सुनायी। रंगकर्मी गिरीश तैलंग ने कोई मुझे जंगली कहे..याहू... गीत को विभिन्न रसों के गाकर सुनाकर लोगों से जोरदार ठहाके लगवाये।भारत विजय बगेरिया ने ‘गणेश चालीसा’ सुनाया। कवि गोष्ठी का संचालन डी.पी.शुक्ला ‘सरस’ ने किया तथा सभी का आभार अध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने माना। म.प्र.लेखक संघ की अगली 253वीं गोष्ठी 6 अक्टूवर 2019 को ‘दशहरा मिलन’ पर होगी।

- रपट-राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
जिलाध्यक्ष-म.प्र. लेखक संघ,टीकमगढ़
टीकमगढ़ (म.प्र.) मोबाइल-9893520965
E Mail-   ranalidhori@gmail.com
                                       Blog - rajeevranalidhori.blogspot.com

2 टिप्‍पणियां:

RAJESH SUKHLANI ने कहा…

ganesh utsav par aayojit kavi gosthi achchhe se sammpann hui iske liye bahut bahut badhai ho
RAJESH GANDHI

RAJESH SUKHLANI ने कहा…

https://rajeshgandhiblog.blogspot.com/2019/07/blog-post.html