Rajeev Namdeo Rana lidhorI

सोमवार, 12 फ़रवरी 2024

धना कहत राना सुनौ (बुंदेली दोहा संग्रह) दोहाकार- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी', टीकमगढ़

Dhana kaht Rana suno
(Bundelu doha sangrah)
kavi-Rajeev Namdeo 'Rana lidhori'
Tikamgarh (m.p.)
धना कय राना सुनौ..

गुड़ी मुड़ी पुड़िया खुली , धना बिदै गइ गट्ट।
दो हजार के नोट लय , #राना घुस रय ठट्ट।।

गों में   दैकें   है  धना , फुला   रयी  है गाल |
#राना  जौरे हाथ है ,    उगलत नईं  सवाल ||
***

#राना से कहती धना , सीखौ तनिक जुगाड़ |
अच्छै लै   दौ पैजना ,  थौड़े   पइसा   काड़ ||

धना कात #राना सुनो , काँलौ अब समझाँय |
टउका सीखौ चार ठौ, जौ हम अब बतलाँय।।

धना कात भड़का परौ , बाहर  फिक रइ आग | 
#राना  घर में  राइयौ , छीलत   रइयौ   साग ||


धना कात #राना  सुनौ ,बनै  न बातन  माँड़  | 
बस सोने की लल्लरी ,आज प्यार कौ  डाँड़ ||

 😉धना  कात #राना  सुनौ ,बर्रोटी  है आइ | 
सौने की चुरियाँ  गजब, तुमनै  मौय लिबाइ || 😉