धना कहे अब चंगला, 'राना' खेलो साथ।
पत्थर पर खाने सजे,कौड़ी लाई हाथ।।
बात में फागनु की तह।
रंग का आलम का यह।।
***दिनांक-12-3-2024
*✍️ -राजीव नामदेव "राना लिधौरी",टीकमगढ़*
संपादक "आकांक्षा" पत्रिका
संपादक- 'अनुश्रुति' त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com
*2*
*एक हास्य दुमदार दोहा -*
धना कहे अब हो रहा, सखियों का सत्संग।
परिचर्चा का है विषय,"सीखें पतिगण ढ़ंग"।।🤑🤔
मुख्य अतिथी है "राना"।
सभी अब मित्रो आना।।🤑
*** दिनांक-16.4.24
✍️ -राजीव नामदेव "राना लिधौरी",टीकमगढ़
संपादक "आकांक्षा" पत्रिका
संपादक- 'अनुश्रुति' त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com
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