राजीव नामदेव 'राना लिधौरी का
व्यंग्य स्तम्भ-शर्म इनको मगर आती नहीं (11)
(सन्दर्भ-नेता और चुनाव)
(11)- चुनावी 3 क्षणिकाएँ
(1)
बेशर्मी कैसी लादी,
धन की करें बरवादी,
फिर भि तन पर है खादी।।
(2)
नेता कभी न शर्माये,
खूब वोट झटकने को,
वादे ही कर पाये।।
(3)
नेता तो शैतान है,
पैसों की खदान है,
बनता बड़ा महान है।।
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी
संपादक 'आकांक्षा पत्रिका
अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़
शिवनगर कालौनी,टीकमगढ़ (म.प्र.)
पिन:472001 मोबाइल-9893520965
E Mail- ranalidhori@gmail.com
Blog - rajeev rana lidhori.blogspot.com
व्यंग्य स्तम्भ-शर्म इनको मगर आती नहीं (11)
(सन्दर्भ-नेता और चुनाव)
(11)- चुनावी 3 क्षणिकाएँ
(1)
बेशर्मी कैसी लादी,
धन की करें बरवादी,
फिर भि तन पर है खादी।।
(2)
नेता कभी न शर्माये,
खूब वोट झटकने को,
वादे ही कर पाये।।
(3)
नेता तो शैतान है,
पैसों की खदान है,
बनता बड़ा महान है।।
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी
संपादक 'आकांक्षा पत्रिका
अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़
शिवनगर कालौनी,टीकमगढ़ (म.प्र.)
पिन:472001 मोबाइल-9893520965
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