Rajeev
राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ की लघुकथा का ‘मराठी’ भाषा में अनुवाद
टीकमगढ़ (म.प्र.)/नगर के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार व ‘म.प्र.लेखक संघ’ के जिलाध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ की लघुकथा ‘बिजनेस’ मराठी भाषा में अनुदित होकर प्रकाशित हुई है। इससे पूर्व राना लिघौरी की अनेक रचनाएँ हिन्दी, बुंदेली, उर्दू और पंजाबी भाषा में अनुवादित होकर विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है और अब बेलगाँव महाराष्ट्र से प्रकाशित ‘दैनिक तरूण भारत’ मराठी भाषा के प्रमुख दैनिक समाचार पत्र में दिनांक 26 जनवरी सन्-2016 को राना लिधौरी की लघुकथा ‘बिजनिस’ मराठी भाषा में ‘बिझनेस’ शीर्षक से रंगीन प्रकाशित हुई है जिसका अनुवाद सांगली महाराष्ट्र की प्रख्यात मराठी लेखिका उज्जवला केलकर ने किया है। इसके पूर्व भी राना लिधौरी की लघुकथाएँ ‘बालमन और पाप’, ‘दूसरा विवाह’, ‘अंग्रेजी और रद्दी’ आदि मराठी में अनुदित होकर प्रकाशित हो चुकी है।
गौरतलब हो कि राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ की ‘अर्चना’,‘रजनीगंधा’,‘नौनी लगे बुन्देली’ और राना का नज़राना’ चार पुस्तकें छप चुकी है एवं अनेक पत्र पत्रिकाओं का संपादन कर चुके है,वर्तमान में आप टीकमगढ़ जिले की एकमात्र साहित्यिक पत्रिका ‘आंकाक्षा’ का सफल संपादन विगत दस साल से करते आ रहे है। राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी की इस उपलब्धि पर नगर के साहित्यकारों, समाज बन्धुओं व मित्रों ने उन्हें बधाईयाँ एवं शुभकामनाएँ दी।
रपट- राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी
संपादक-‘आकांक्षा’ पत्रिका
अध्यक्ष-म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
टीकमगढ़ (म.प्र.)/नगर के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार व ‘म.प्र.लेखक संघ’ के जिलाध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ की लघुकथा ‘बिजनेस’ मराठी भाषा में अनुदित होकर प्रकाशित हुई है। इससे पूर्व राना लिघौरी की अनेक रचनाएँ हिन्दी, बुंदेली, उर्दू और पंजाबी भाषा में अनुवादित होकर विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है और अब बेलगाँव महाराष्ट्र से प्रकाशित ‘दैनिक तरूण भारत’ मराठी भाषा के प्रमुख दैनिक समाचार पत्र में दिनांक 26 जनवरी सन्-2016 को राना लिधौरी की लघुकथा ‘बिजनिस’ मराठी भाषा में ‘बिझनेस’ शीर्षक से रंगीन प्रकाशित हुई है जिसका अनुवाद सांगली महाराष्ट्र की प्रख्यात मराठी लेखिका उज्जवला केलकर ने किया है। इसके पूर्व भी राना लिधौरी की लघुकथाएँ ‘बालमन और पाप’, ‘दूसरा विवाह’, ‘अंग्रेजी और रद्दी’ आदि मराठी में अनुदित होकर प्रकाशित हो चुकी है।
गौरतलब हो कि राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ की ‘अर्चना’,‘रजनीगंधा’,‘नौनी लगे बुन्देली’ और राना का नज़राना’ चार पुस्तकें छप चुकी है एवं अनेक पत्र पत्रिकाओं का संपादन कर चुके है,वर्तमान में आप टीकमगढ़ जिले की एकमात्र साहित्यिक पत्रिका ‘आंकाक्षा’ का सफल संपादन विगत दस साल से करते आ रहे है। राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी की इस उपलब्धि पर नगर के साहित्यकारों, समाज बन्धुओं व मित्रों ने उन्हें बधाईयाँ एवं शुभकामनाएँ दी।
रपट- राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी
संपादक-‘आकांक्षा’ पत्रिका
अध्यक्ष-म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
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