Rajeev Namdeo Rana lidhorI

सोमवार, 6 अगस्त 2018

स्व.पन्नालाल जी नामदेव स्मृति हुआ ‘कवि सम्मेलन’












tikamgarh kavi sammelan
स्व.पन्नालाल जी नामदेव स्मृति हुआ ‘कवि सम्मेलन’

(झाँसी,ललितपुर,गुना,रामगढ़,जतारा,बल्देगढ़,पलेरा,निवाड़ी, नदनवारा से आये कवि)

टीकमगढ़// स्व.पन्नालाल जी नामदेव स्मृति पंचम सम्मान समारोह एवं साहित्यिक संस्था म.प्र.लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ के ‘कवि सम्मेलन ‘आकांक्षा’ पब्लिक स्कूल,नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी, टीकमगढ़ में आयोजित किया गया। जिसमें सरस्वती बंदना ने पढ़ी-
ललितपुर से आये शायर मो.शकील ने ग़ज़ल पढ़ी-
वो साजिशें फसाद कराने में लगे है।
हम अम्न के चिराग़ जलाने में लगे है।।
नदनवारा से आये गीतकार शोभाराम दांगी ने सुनाया-
बेई मिट्टी बेई खान जामें हते भौतई ज्वान।
राम,कृष्ण, गौतम, गांधी की राखें रइयों आन।।
जतारा केे ओज युवा कवि महेन्द्र चैधरी ने पढ़ा-
देश का संविधान और कानून कहाँ खो जाता है
जब रोटी की खातिर बेटी का सौदा हीो जाता है।।
निवाड़ी के अजय सिंह परिहार ने पढ़ा-
हिन्दू, मस्लिम, सिक्क,इसाई हर चमन खिले भारत में।
कहीं मरू में इस दुनियां में पर जन्म मिले भारत में।।
ललितपुर के.के पाठक ने ने पढ़ा-
काश है ढोर होते,इधर उधर मुँह मारते खाते पीते सोते।।
पलेरा के रविन्द्र यादव ने पढ़ा-
रास्ते है तुमसे और मंजिलें है तुमसे माँ।
है चल रही जो जिन्दगी,हर सिलसिले है तुमसे माँ।।
गुना के मातादीन यादव ‘अनुपम’ ने पढ़ा-
भारत देश हमारा, हमें प्राणों से प्यारा।।
अनवर खान साहिल ने पढ़ा-
हाँ यकीनन है माँ मिरी हिन्दी,ऐ जो उर्दू है मेरी खाला।।
इनके आलावा श्री झाँसी से आये कवि डाॅ. श्री गौरी शंकर उपाध्याय ‘सरल’, यदुकुल नंदन खरे बल्देवगढ़, कोमल चन्द्र बजाज बल्देवगढ़, रामसहाय राय रामगढ़, सियाराम अहिरवार, जी.पी.शुक्ला, शिवचरण उटमालिया, डाॅ. रूखसाना सिद्दीकी, परमेश्वरीदास तिवारी अजीत श्रीवास्तव,हरिविष्णु अवस्थी,एन.डी सोनी, वीरेन्द्र चंसौरिया, सीताराम राय,व्ही.व्ही बगेरिया, आर.एस शर्मा, रामगोपाल रैकवार, विजय मेहरा,.एल.जैन, पूरचन्द्र गुप्ता, आदि ने भी अपनी रचनाएँ सुनायी। कवि सम्मेलन का संचालन कवि राजीव नामदेव ‘‘राना लिधौरी’ ने किया
तथा सभी का आभार सी.एल नामदेव रिटायर्ड एस.डी.ओे ने किया।
रपट-राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
जिलाध्यक्ष- म.प्र. लेखक संघ
टीकमगढ़ (म.प्र.)मोबाइल-9893520965



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