क्रिकेट खिलाड़ी
करोड़ों लोगों की
भावनाओं से खेलकर,
वे दौलत के लिए
बिकते और खेलते हैं।
इसीलिए तो वे विकेट पर
ज़्यादा देर नहीं टिकते है।
बालर हुए तो क्या हुआ
बड़े बेशर्म है,
खूब दनादन पिटते है।।
-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी,टीकमगढ़
करोड़ों लोगों की
भावनाओं से खेलकर,
वे दौलत के लिए
बिकते और खेलते हैं।
इसीलिए तो वे विकेट पर
ज़्यादा देर नहीं टिकते है।
बालर हुए तो क्या हुआ
बड़े बेशर्म है,
खूब दनादन पिटते है।।
-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी,टीकमगढ़
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