क्रिकेट फिकिसंग
जब से दुबर्इ में मैच होने लगे है।
तब से ये फिक्स होने लगे है।
नये खिलाड़ी सटटेबाजों के चंगुल में फंसकर,
अपना खेल,और र्इमान खोने लगे है।
क्यों फिजूल में वक़्त जाया करते हो मिया,
मैच के परिणाम सटटे से होने लगे है।
देश के लिए कौन खेलता है यहाँ,,
चंद पैसों में अब तो ये बिकने लगे है।।
--राजीव नामदेव 'राना लिधोरी,टीकमगढ़ म.प्र.
जब से दुबर्इ में मैच होने लगे है।
तब से ये फिक्स होने लगे है।
नये खिलाड़ी सटटेबाजों के चंगुल में फंसकर,
अपना खेल,और र्इमान खोने लगे है।
क्यों फिजूल में वक़्त जाया करते हो मिया,
मैच के परिणाम सटटे से होने लगे है।
देश के लिए कौन खेलता है यहाँ,,
चंद पैसों में अब तो ये बिकने लगे है।।
--राजीव नामदेव 'राना लिधोरी,टीकमगढ़ म.प्र.
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