FATHER'S DAY- RAJEEV NAMDEO "RANALIDHORI"'
आधुनिक पिता-पुत्र पर अपनी स्वरचित चार पकिंतयाँ पेश है-
पिता-जिन्दगी भर पार्इ-पार्इ जोड़कर अपनी संतानों का पालन-पोषण करता है लेकिन,
बेटा-उस दौलत को अपनी मौजमस्ती में उड़ा देता है।
पिता-उसे पढ़ा लिखा कर नौकरी और छोकरी के काविल बनाता है।
बेटा-उसे बुढ़ाने में ओल्ड हाउस छोड़ आता है।।
-राजीव नामदेव 'राना लिघौेरी,टीकमगढ़ म.प्र.
हेप्पी फादर्स डे-
हम सभी परमपिता परमेश्वर की संतान है पिता चाहे वे परम पिता परमेश्वर अर्थात भगवान हो या फिर जिसने आपको पैदा किया वह पिता(फादर) हो। हमें दोनो का सम्मान करना चाहिए हमारे लिए दोनों की पूजनीय है। हमें ऐसा काम और इतना नाम कमाना चाहिए कि 'लोग आपके पिता को आपके नाम से जाने तथा याद करे यही एक पिता के लिए एक पुत्र द्वरा दुनिया का सबसे अच्छा व सबसे सुंदर उपहार होता है।आधुनिक पिता-पुत्र पर अपनी स्वरचित चार पकिंतयाँ पेश है-
पिता-जिन्दगी भर पार्इ-पार्इ जोड़कर अपनी संतानों का पालन-पोषण करता है लेकिन,
बेटा-उस दौलत को अपनी मौजमस्ती में उड़ा देता है।
पिता-उसे पढ़ा लिखा कर नौकरी और छोकरी के काविल बनाता है।
बेटा-उसे बुढ़ाने में ओल्ड हाउस छोड़ आता है।।
-राजीव नामदेव 'राना लिघौेरी,टीकमगढ़ म.प्र.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें