ग़ज़ल-मेरी जान तिरंगाindian flag gazal-मेरी जान तिरंगा
देश की है शान मेरी जान तिरंगा ।
न हिन्दू न इसार्इ,मुसलमान तिरंगा ।।
झुकने न देंगे हम कभी तन भी निसार है।
कितने हुए तेरी शान पे कुरबान तिरंगा ।।
बँटने न देंगे देश चाहे जान भी जाये ।
दुश्मन के लिए मौत का फरमान तिरंगा ।।
आपस में भार्इ चारा हो हिन्दोस्तान में ।
हंै अज़मते इन्सान की पहचान तिरंगा ।।
है नौजवान 'राना क़दम पीछे न हटे।
सीमा का हमेशा ही निगहवान तिरंगा।।
राजीव नामदेव राना लिधौरी,टीकमगढ़
देश की है शान मेरी जान तिरंगा ।
न हिन्दू न इसार्इ,मुसलमान तिरंगा ।।
झुकने न देंगे हम कभी तन भी निसार है।
कितने हुए तेरी शान पे कुरबान तिरंगा ।।
बँटने न देंगे देश चाहे जान भी जाये ।
दुश्मन के लिए मौत का फरमान तिरंगा ।।
आपस में भार्इ चारा हो हिन्दोस्तान में ।
हंै अज़मते इन्सान की पहचान तिरंगा ।।
है नौजवान 'राना क़दम पीछे न हटे।
सीमा का हमेशा ही निगहवान तिरंगा।।
राजीव नामदेव राना लिधौरी,टीकमगढ़
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