Gazal-krishan janashtmikrishanaआप सभी को मेरी तरफ से एवं साहितियक संस्था म.प्र. लेखक संघ जिला इकार्इ टीकमगढ़ की तरफ से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं।
पेश है अपनी एक स्वरचित ताजा ग़ज़ल-
ग़् ज़ल--घनश्याम हो गये
जो रहीम ओर राम हो गये।
उनके ऊँचे नाम हो गये।।
प्यार को जिन्होने समझा है ।
वो ही यहाँ घनश्याम हो गये।।
लक्ष्य को लेकर बढ़े जो आगे।
उनके पूरे काम हो गये।।
देखो नेता बनते ही वो।
कितने ऊँचे दाम हो गये।।
'राना, आज की दुनिया में तो ।
कभी सुबह ही शाम हो गये।।
-राजीव नामदेव ''राना लिधौरी,टीकमगढ़,(म.प्र.)
संपादक 'आकांक्षा पत्रिका
अध्यक्ष-म.प्र..लेखक संघ
नर्इ चर्च के पीछे,शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (म.प्र.) पिन कोड-472001
मोबाइल न.-9893520965
पेश है अपनी एक स्वरचित ताजा ग़ज़ल-
ग़् ज़ल--घनश्याम हो गये
जो रहीम ओर राम हो गये।
उनके ऊँचे नाम हो गये।।
प्यार को जिन्होने समझा है ।
वो ही यहाँ घनश्याम हो गये।।
लक्ष्य को लेकर बढ़े जो आगे।
उनके पूरे काम हो गये।।
देखो नेता बनते ही वो।
कितने ऊँचे दाम हो गये।।
'राना, आज की दुनिया में तो ।
कभी सुबह ही शाम हो गये।।
-राजीव नामदेव ''राना लिधौरी,टीकमगढ़,(म.प्र.)
संपादक 'आकांक्षा पत्रिका
अध्यक्ष-म.प्र..लेखक संघ
नर्इ चर्च के पीछे,शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (म.प्र.) पिन कोड-472001
मोबाइल न.-9893520965
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें