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सोमवार, 10 सितंबर 2018

मडवैया ‘अमृत महोत्सव’ एंव पुस्तक विमोचन समारोह सम्पन्न 9-9-2018 Tiakamgarh mp













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मडवैया ‘अमृत महोत्सव’ एंव पुस्तक विमोचन समारोह सम्पन्न
  (झाँसी, ललितपुर,छतरपुर,बिजावर,नदनवारा,कुण्डेश्वर से आये साहित्यकार)

टीकमगढ़/ स्थानीय भगवान महावीर बाल संस्कार केन्द्र टीकमगढ़ के सभागार में अखिल भारतीय बुन्देलखण्ड साहित्य एंव संस्कृति परिषद जिला इकाई टीकमगढ़ के तत्वाधान में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश मडवैया का अमृत महोत्सव सम्पन्न हुआ एंव अभिनन्दन गोइल की पुस्तक ‘ओरछा राज्य में स्वतंत्रता आंदोलन’ का विमोचन किया गया।
ख्यात कवि एंव लेखक कैलाश मडवैया के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुए समारोह की अध्यक्षता वयोवृद्ध बुन्देली साहित्यकार डा. दुर्गेश दीक्षित ने की। विशिष्ट अतिथियों मंे टीकमगढ़ विधायक माननीय श्री के. के. श्रीवास्तव जी, राधौगढ़ शासकीय महाविधालय के प्राचार्य जवाहरलाल द्विवेदी जी एंव झाॅसी के साहित्यकार प्रताप नारायण दुबे जी रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ माॅ सरस्वती के चित्र पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण एंव दीप प्रज्जवलन से हुआ। सरस्वती वंदना श्रीमती सुधा खरे ने प्रस्तुत की एंव कैलाश मडबैया जी द्वारा रचित बुन्देलखण्ड गान आकाशवाणी कलाकार सत्यनारायाण तिवारी ने मुधुर कंठ से प्रस्तुत किया । 
अतिथियों के स्वागत पश्चात परिषद की टीकमगढ़ इकाई के अध्यक्ष अभिनन्दन गोइल ने स्वागत भाशण देते हुए मुख्य अतिथि कैलाश मडवैया के व्यक्तित्व एंव कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके बुन्देली गद्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान हेतु सराहना की।
  इस अवसर पर अतिथियो द्वारा ओरछा राज्य में स्वतंत्रता आंदोलन पुस्तक का विमोचन सम्पन्न हुआ। पुस्तक की समीक्षा राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने प्रस्तुत की।
कैलाश महवैया के विपुल साहित्य की विवेचना करते हुए परिषद इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष रामगोपाल रैकवार ने कहा कि मडवैया जी हिन्दी और बुन्देली मे धर्म, खण्ड काव्य, ललित निबंध, महानाटय, यात्रा वृतान्त, अनुवाद, समीक्षा, पुरातत्व, इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम आदि विषयों पर तीन दर्जन से अधिक पुस्तकों के प्रणेता है। इकाई का प्रतिवेदन परिषद् के महामंत्री राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने प्रस्तुत किया।
इसके पश्चात नगर की विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों द्वारा मडवैया जी के अमृत महोत्सव के अवसर पर उनका शाल श्री फल एंव स्मृति चिन्हों द्वारा सम्मान किया गया। जिनमें जिला अभिभाषक संध के अध्यक्ष रधुवीर सिंह तोमर, भारत विकास परिषद के अध्यक्ष शीलचंद्र जैन, पाठक मंच के अध्यक्ष कौशल किशोर भटट सहित राजेन्द्र अध्यवर्यु, ओ.पी. त्रिपाठी, डाॅ. नरेन्द्र जैन, देवेन्द्र पोतदार, महेन्द्र पोतदार, अशोक गोइल, डाॅ. सुनीत जैन, ऋशभ गोइल, पवन घुवारा, अशोक जैन मास्टर साहब महावीर बाल संस्कार के महामंत्री मनोज मडवैया आदि अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सम्मानित किया।
अमृत महोत्सव में बोलते हुए स्थानीय विधायक के के श्रीवास्तव ने मडवैया जी के बुन्देली भाषा में किये गये रचनात्मक कार्यो की प्रशंसा की साथ ही विमोचित पुस्तक ओरछा राज्य में स्वतंत्रता आंदोलन को ओरछा राज्य का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बताया। कार्यक्रम अध्यक्ष डाॅ. दुर्गेष दीक्षित ने मडवैया के बुन्देली गघ के विकास में महत्वपूर्ण योगदान को बताते हुए उन्हें बुन्देली का भारतेन्दु हरिषचन्द्र कहा। कार्यक्रम को विषिश्ट अतिथि जवाहर लाल द्विवेदी प्राचार्य राधौगढ महाविधालय एंव झाँसी के साहित्यकार प्रताप नारायण दुवे ने सम्बोधित किया।
अमृत महोत्सव मे ललितपुर से आये कवि सुदेश सोनी, पं. शीलचन्द्र शास्त्री, छतरपुर से सुनील अवस्थी बिजावर एंव डाॅ.जगदीश रावत छतरपुर, शोभाराम दंागी नदनवारा उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त स्थानीय साहित्यकारो मे एन. डी. सोनी, व्ही. के. मेहरा, जफरउल्ला खां ‘जफर’, डाॅ. रूखसाना सिद्धिकी, प्रभुदयाल श्रीवास्तव, परमेश्वरीदास तिवारी,पूरनचंद्र गुप्ता, भारत विजय बगैरिया, अवधविहारी श्रीवास्तव, अवधविहारी खरे, हरेन्द्रपाल सिंह, गुलाब सिंह यादव, सीताराम राय, गिरीश तैलं,,आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वीरेन्द्र चंसौरिया ने किया। 

रपट-राजीव नामदेव राना लिधौरी’
महामंत्री अ.भा.बुन्देलखण्ड साहित्य एवं संस्कृति परिषद् टीकमगढ़

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