Rajeev Namdeo Rana lidhorI

रविवार, 2 सितंबर 2018

श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर हुआ कवि सम्मेलन’









tikamgarh kavi sammelan श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर हुआ कवि सम्मेलन’
(अशोकनगर,छतरपुर,गाडरवाडा,लखौरा से आये कवि)

टीकमगढ़// साहित्यिक संस्था म.प्र. लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ की 239वीं गोष्ठी ‘‘राष्ट्रभाषा हिन्दी’’ एवं ‘श्री कृष्ण जन्माष्टमी’’ पर कविसम्मेलन  ‘आकांक्षा’ पब्लिक स्कूल,टीकमगढ़ में आयोजित किया गया। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता छतरपुर से पधारे डाॅ.जे.पी.रावत ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में गाडरवाडा से पधारे डाॅ. महेन्द्र कुमार नामदेव एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में हाजी जफरउल्ला खां जफर टीकमगढ़ एवं अशोकनगर से पधारी कवयित्री तृप्ति रैकवार रही।
 सरस्वती बंदना कर कविसम्मेलन का आगाज सीताराम राय ने किया-वीणा वादिनी वर दे...
 अशोकनगर से आयीं कवयित्री  तृप्ति ने गीत पढ़ा- कृष्ण पालनहार थे मोरे प्यारे लाल थे,
मोरे मुख से अब कहा नहीं जाये।
छतरपुर से आये कवि डाॅ जेपी.रावत ने सुनाया-
कूलन में कलियन कछारन में कुंजन में, कलिया कलीन खिलकंत है।े
लखौरा केे  कवि गुलाब सिंह भाऊ ने पढ़ा-हिन्दी भाषा हिन्दुस्तान की जासे से हिन्द महा है। हिन्दी भाषा भाषा राष्ट्र बना दो हम सबकी जा जान है।
संघ के अध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी ने ग़ज़ल पढ़ी-
जो राम और रहीम हो गये,उनके ऊँचे दाम हो गयंे
जिन्होंने समझा प्यार को वो यहाँ घनश्याम हो गये।।
शायर  अनवर खान साहिल ने पढ़ा- कटघरे में खड़ी इंसाफ मांगती हिन्दी।
है द्योतक सद्भाव एकता भारत के सम्मान की।।
मोहिनी रैकवार ने पढ़ा- प्यारी माँ मुझको को तेरी दुआ चाहिए।
शायर  अनवर खान साहिल ने पढ़ा- कटघरे में खड़ी इंसाफ मांगती हिन्दी।
है द्योतक सद्भाव एकता भारत के सम्मान की।।
वीरेन्द्र चंसौरिया ने पढ़ा- जलाया है मिलन दीपक तुम्हारे नाम का गिरधर।
चले आओ मेरे गिरधर चले जाना दर्शन देकर।।
परमेश्वरीदास तिवारी ने पढ़ा- न्यौतो नई करने तें कर गये नाहक में,आफर में पर गये।
पूरन चंद्र गुप्ता ने पढ़ा-हिन्दी बने राष्ट्र की भाषा है सबकी यह आशा।
हाजी ज़फ़रउल्ला खा ‘ज़फ़र ने ग़ज़ल सुनायी- फिरते है लोग प्यासे मिलता नहीं हे खाना।
पूछे भी नहीं कोई क्या आ गया जमाना।।
रामेश्वर राय परेदेशी ने पढ़ा-हिन्दी नहीं हिन्दुओं की ये भाषा हिन्दुस्तान की।ं
   इनके आलावा दयाली विश्वर्मा, डी.पी.यादव, व्ही.व्ही बगेरिया, एम.एल.पाल, आदि ने भी अपनी रचनाएँ सुनायी। कवि सम्मेलन का संचालन वीरेन्द्र चंसौरिया ने किया तथा सभी का आभार राजीव नामदेव ‘‘राना लिधौरी’ने किया।
रपट-राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
जिलाध्यक्ष- म.प्र. लेखक संघ
टीकमगढ़ (म.प्र.)मोबाइल-9893520965



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