कविता-‘‘तुम मतदान जरूर करना’’
दिल की सुनना, फिर मतदान करना।
झूठे वायदों के जाल में,तुम मत फंसना।।
किसी लोभ लालच में, तुम मत पड़ना।
ईमानदारी से अपना प्रिय नेता तुम चुनना।।
अपना वोट बेकार मत करना, तुम मतदान करना।
घर में ही बैठे मत रहना,तुम मतदान करना।।
नहीं कहीं पर बिकना, नहीं किसी से डरना।
तुम जरूर मतदान करना, तुम मतदान करना।।
कह ‘राना’ कविराय, ध्यान यह तुम धरना।
छोड़ सभी कामों को, सबसे पहले मतदान करना।।
rajeev namdeo rana lidhori राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
संपादक ‘आकांक्षा’ पत्रिका
अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़
शिवनगर कालौनी,टीकमगढ़ (म.प्र.)
पिनः472001 मोबाइल-9893520965
दिल की सुनना, फिर मतदान करना।
झूठे वायदों के जाल में,तुम मत फंसना।।
किसी लोभ लालच में, तुम मत पड़ना।
ईमानदारी से अपना प्रिय नेता तुम चुनना।।
अपना वोट बेकार मत करना, तुम मतदान करना।
घर में ही बैठे मत रहना,तुम मतदान करना।।
नहीं कहीं पर बिकना, नहीं किसी से डरना।
तुम जरूर मतदान करना, तुम मतदान करना।।
कह ‘राना’ कविराय, ध्यान यह तुम धरना।
छोड़ सभी कामों को, सबसे पहले मतदान करना।।
rajeev namdeo rana lidhori राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
संपादक ‘आकांक्षा’ पत्रिका
अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़
शिवनगर कालौनी,टीकमगढ़ (म.प्र.)
पिनः472001 मोबाइल-9893520965
E Mail- ranalidhori@gmail.com
Blog - rajeev rana lidhori.blogspot.com
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