Rajeev Namdeo Rana lidhorI

शुक्रवार, 8 मई 2020

विश्व पुस्तक दिवस पर

विश्व पुस्तक दिवस पर 
एक पत्र किताब के नाम

प्रिय किताब,
            प्यारा आदाब
मै एक साहित्यकार हूं तो मुझे तो साहित्य की हर नयी पुस्तकों से प्रेम होगा। मेरे पास आयी कोई भी नयी पुस्तक को जब तक मैं पूरा नहीं पढ़ लेता मुझे चैन ही नहीं पड़ता।
                  मेरे पास हर महीने लगभग पांच-छः संग्रह एवं दस-बारह पत्रिकाएं तथा दो समाचार पत्र आ ही जाते है। मैं उन्हें बहुत ही प्यार से  पढता हूं ।
                इस प्रकार मैने लगभग 22साल में दस हजार से अधिक पुस्तकों का संग्रह अपने निजी पुस्तकालय में है। 
हर साल तीन-चार सौ पुस्तकें बढ़ जाती हैं।
                कुछ अच्छी पुस्तकों जो हमें प्रेरणा एवं मार्गदर्शन देती हैं उनको मै बार-बार पढ़ता हूं
मैं प्रतिदिन कम से कम दो घंटे पुस्तकें जरूर पढ़ता हूं। यह मेरी आदत मे शुमार हो गया है।
पुस्तकों से मुझे बेहद प्यार है मेरी स्वयं की अब तक छह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है।
और तेरह पुस्तकें प्रकाशित होने की राह देख रही है।
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@राजीव नामदेव "राना लिधौरी", टीकमगढ़
अध्यक्ष मप्र लेखक संघ टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे शिवनगर कालोनी टीकमगढ़ (मप्र)
मोबाइल- 9893520965

1 टिप्पणी:

ऊँ. ने कहा…

बेहतरीन रचना