Rajeev Namdeo Rana lidhorI

रविवार, 14 नवंबर 2021

ग्यास (देवउठावनी ग्यारस) बुंदेली दोहा संकलन ई-बुक संपादक-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी', टीकमगढ़ (मप्र)


        💐😊ग्यास (देव उठावनी ग्यारस)😊💐
                   (बुंदेली दोहा संकलन ई-बुक)
      संपादन-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी', टीकमगढ़

              जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ 
                   की प्रस्तुति  75वीं ई-बुक

© कापीराइट-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

     ई बुक प्रकाशन दिनांक 15-11-2021

        टीकमगढ़ (मप्र) बुंदेलखंड,भारत-472001
         मोबाइल-9893520965



🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊


  

🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊


              अनुक्रमणिका-

अ- संपादकीय-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'(टीकमगढ़)

01- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' (टीकमगढ़)(म.प्र.)
02- प्रदीप खरे मंजुल, टीकमगढ़(म प्र)
03-अशोक पटसारिया,लिधौरा (टीकमगढ़) 
04-गोकुल प्रसाद यादव,बुढेरा (म.प्र)
05- शोभाराम दाँगी , इंदु, नदनवारा
 06- जय हिन्द सिंह जयहिंंद,पलेरा,जिला टीकमगढ़
07-प्रभु दयाल श्रीवास्तव पीयूष टीकमगढ़(म.प्र)
08-डा. आर. बी.पटेल "अनजान",छतरपुर,
09-डा. मैथिली शरण श्रीवास्तव, पृथ्वीपुर
10-संजय श्रीवास्तव, मवई
11-एस आर तिवारी 'दद्दा', टीकमगढ़
12-डॉ रेणु श्रीवास्तव, भोपाल 
13-रामानन्द पाठक नन्द,नैगुवां
14-अमर सिंह राय,नौगांव
15-कल्याण दास साहू "पोषक",पृथ्वीपुर
16-रामेश्वर प्रसाद गुप्ता इंदु.,बडागांव झांसी
17-गणतंत्र ओजस्वी, खरगापुर
18-आरती "अक्षरा",छतरपुर
19-प्रो(डॉ)शरद नारायण खरे,  मंडला,मप्र    
20-डॉ.संध्या श्रीवास्तव, दतिया

😄😄😄जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄



                              संपादकीय-

                           -राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 

               साथियों हमने दिनांक 21-6-2020 को जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ को बनाया था तब उस समय कोरोना वायरस के कारण सभी साहित्यक गोष्ठियां एवं कवि सम्मेलन प्रतिबंधित कर दिये गये थे। तब फिर हम साहित्यकार नवसाहित्य सृजन करके किसे और कैसे सुनाये।
            इसी समस्या के समाधान के लिए हमने एक व्हाटस ऐप ग्रुप जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ के नाम से बनाया। मन में यह सोचा कि इस पटल को अन्य पटल से कुछ नया और हटकर विशेष बनाया जाा। कुछ कठोर नियम भी बनाये ताकि पटल की गरिमा बनी रहे। 
          हिन्दी और बुंदेली दोनों में नया साहित्य सृजन हो लगभग साहित्य की सभी प्रमुख विधा में लेखन हो प्रत्येक दिन निर्धारित कर दिये पटल को रोचक बनाने के लिए एक प्रतियोगिता हर शनिवार और माह के तीसरे रविवार को आडियो कवि सम्मेलन भी करने लगे। तीन सम्मान पत्र भी दोहा लेखन प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रदान करने लगे इससे नवलेखन में सभी का उत्साह और मन लगा रहे।
  हमने यह सब योजना बनाकर हमारे परम मित्र श्री रामगोपाल जी रैकवार को बतायी और उनसे मार्गदर्शन चाहा उन्होंने पटल को अपना भरपूर मार्गदर्शन दिया। इस प्रकार हमारा पटल खूब चल गया और चर्चित हो गया। आज पटल के द्वय एडमिन के रुप शिक्षाविद् श्री रामगोपाल जी रैकवार और मैं राजीव नामदेव 'राना लिधौरी', टीकमगढ़ (म.प्र.) है।
           हमने इस पटल पर नये सदस्यों को जोड़ने में पूरी सावधानी रखी है। संख्या नहीं बढ़ायी है बल्कि योग्यताएं को ध्यान में रखा है और प्रतिदिन नव सृजन करने वालों को की जोड़ा है।
     आज इस पटल पर देश में बुंदेली और हिंदी के श्रेष्ठ समकालीन साहित्य मनीषी जुड़े हुए है और प्रतिदिन नया साहित्य सृजन कर रहे हैं।
      एक काम और हमने किया दैनिक लेखन को संजोकर उन्हें ई-बुक बना ली ताकि यह साहित्य सुरक्षित रह सके और अधिक से अधिक पाठकों तक आसानी से पहुंच सके वो भी निशुल्क।     
                 हमारे इस छोटे से प्रयास से आज यह ई-बुक *ग्यास (देव उठावनी ग्यारस) 75वीं ई-बुक है। ये सभी ई-बुक आप ब्लाग -Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com और सोशल मीडिया पर नि:शुल्क पढ़ सकते हैं।
     यह पटल  के साथियों के लिए निश्चित ही बहुत गौरव की बात है कि इस पटल द्वारा प्रकाशित इन 75 ई-बुक्स को भारत की नहीं वरन् विश्व के 76 देश के लगभग 60000 से अधिक पाठक अब  तक पढ़ चुके हैं।
  आज हम ई-बुक की श्रृंखला में  हमारे पटल  जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ की यह 75वीं ई-बुक "ग्यास (देव उठावनी ग्यारस)" लेकर हम आपके समक्ष उपस्थित हुए है। ये सभी रचनाएं पटल के साथियों  ने दिये गये बुंदेली दोहा लेखन प्रतियोगिता-36 के बिषय  "ग्यास (देव उठावनी ग्यारस)" पर सोमवार दिंनांक-13-11-2021 को सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे के बीच पटल पर पोस्ट की गयी हैं।  कमेंट्स के रूप में आशीर्वाद दीजिए।

  अतं में पटल के समी साथियों का एवं पाठकों का मैं हृदय तल से बेहद आभारी हूं कि आपने इस पटल को अपना अमूल्य समय दिया। हमारा पटल और ई-बुक्स आपको कैसी लगी कृपया कमेंट्स बाक्स में प्रतिक्रिया देकर हमें प्रोत्साहित करने का कष्ट अवश्य कीजिए ताकि हम दुगने उत्साह से अपना नवसृजन कर सके।
           धन्यवाद, आभार
  ***
दिनांक-15-112021 टीकमगढ़ (मप्र) बुंदेलखंड (भारत)

                     -राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
                टीकमगढ़ (मप्र) बुंदेलखंड (भारत)
                   मोबाइल-9893520965

🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

01-राजीव नामदेव "राना लिधौरी" , टीकमगढ़ (मप्र)



*बिषय- ग्यारस*

*1*

ग्यारस में पूजा भयी,
तुलसी कौ  है ब्याव।
बराइ कौ मडवा सजो,
पंगत कौ है दांव।।

***

*© राजीव नामदेव "राना लिधौरी" टीकमगढ़*
           संपादक "आकांक्षा" पत्रिका
संपादक -'अनुश्रुति' त्रैमासिक बुंदेली ई-पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com
(मौलिक एवं स्वरचित)


🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

02-प्रदीप खरे,मंजुल, टीकमगढ़ (मप्र)


**दोहा..ग्यारस*
15.11.2021
*प्रदीप खरे,मंजुल*
********************
1-
ग्यारस तिथी पुनीत है,
 देव उठेंगे आज। 
ब्याऔ की आयें घड़ी, 
शुरू होंय शुभ काज।।

2-
हाड़न खौं हरदी लगै,
होनें हरस अपार। 
ग्यारस तिथि आतन सुनौ,
उठत जगत भरतार।।
3-
 जगमग दीप घरहिं जलें,
गावैं मंगल गीत। 
ग्यारस आय देव उठें,
जेइ जगत की रीत।।
4-
ग्यारस खौं भांवर परै,
देव गये हैं जाग।
मन में लडुआ फूट रयै,
लग गइ मौरी लाग। 
5-
देव उठत हैं शयन सैं,
मन वांछित फल पाव। 
तुलसी शालिगराम कौ,
आज होत है व्याव। 

****
-प्रदीप खरे,मंजुल, टीकमगढ़ (मप्र)
🤔😂😂🤔

🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊


3-अशोक पटसारिया 'नादान' ,लिधौरा ,टीकमगढ़ 


😊👌🎂ग्यारस🎂👌😊

दिन भर गुटका खाउतीं, 
ग्यारस रतीं उपास।            
निंदा चुगली में करें, 
 पूरे सोरा पास।।
     ***
सबइ देव सोकें उठत,
            मङ्गल करवे काज।
ईसें ग्यारस मनत है,
            धूमधाम सें आज।।

सकला आदौ कंदौरा,
          छीताफ़ल लँय आइ।
ग्यारस पै मड़वा डरत,
           घर घर आत बराइ।।

तुम तौ रै रय शौक सें,
                भैया हरौ उपास।
मो गरीब के इतै तौ,
            बारउ मइना ग्यास।।
***
हल्के में हमने सुनी,
            होत बुकइया ग्यास।
छक कें करत फरार सब,
            फिर भी रैत उपास।।

संतन की एकादसी,
             वैष्णवन की ग्यास।
ग्यारस ब्रत है निर्जला,
            डट कें करौ उपास।।

धरती माता ने दिए,
            नइ सब्जी नय कंद।
ग्यारस पै पूजा करौ,
             फिर रोजी के फंद।।
        *!!*!*!*!*!*!!*

       -अशोक पटसारिया 'नादान' ,लिधौरा, टीकमगढ़ 
                   
🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎊                   

04-गोकुल यादव,नन्हीं टेहरी,बुढेरा (म.प्र.)

🙏🙏बुन्देली दोहा, विषय-ग्यारस🙏🙏
*******************************

ग्यारस  देव प्रबोधनी, 
 घर  घर  पूजी जात।
आजो खाजो खेलकें, 
खुशियाँ सबइ मनात।
***

✍️गोकुल प्रसाद यादव,नन्हीं टेहरी(म.प्र.)

🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊


05-शोभाराम दांगी 'इंदु', नदनवारा



ग्यारस को ये देव उठैं, 
ब्याव काज सब होय ।
कातक मास के किशन पछ, 
देवउठानी होय ।।
***
शोभाराम दाँगी , इंदु, नदनवारा जिला-टीकमगढ़


🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

06-जयहिन्द सिंह जयहिन्द,पलेरा जिला टीकमगढ़


देव आगमन धरा पै,
रस बरसत रस गान।
रस बरसाबै बरस भर,
ग्यारस है रसखान।।
***
#जयहिन्द सिंह जयहिन्द#
#पलेरा जिला टीकमगढ़#
#मो0  6260886596#
-जयहिन्द सिंह जयहिन्द,पलेरा जिला टीकमगढ

🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

07-प्रभु दयाल श्रीवास्तव पीयूष टीकमगढ़


मड़वा डरो बराइ कौ,
चंदन चौक पुराव।
तुलसी सालिगराम कौ,
होत ग्यास खों ब्याव।। 
***         

             -प्रभु दयाल श्रीवास्तव पीयूष टीकमगढ़

🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

08-डा. आर. बी.पटेल "अनजान",छतरपुर,



देव उठनी ग्यारस को,
तुलसी होत विवाह ।
मंगल कार्य प्रारंभ हों,
जन जन जगे उत्साह ।
***
-डा आर बी पटेल "अनजान,छतरपुर"

🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

 09-डां. मैथिली शरण श्रीवास्तव, पृथ्वीपुर



ब्याही शालिगराम सें,
पावन तुलसी मात ।
वृंदावन  में वास भव,
जग है शीश झुकात।।
***

डा. मैथिली शरण श्रीवास्तव, पृथ्वीपुर

🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

10-संजय श्रीवास्तव, मवई

उठ बैठे दइ देवता,
शुभ दिन ग्यारस आव।       
रमतूला बोलन लगो, 
घने-घने हैं ब्याव।।
             ***
      
      संजय श्रीवास्तव, मवई,१३/११/२१😊दिल्ली

🎊 🎊🎇 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

11-एस .आर .तिवारी "दद्दा", टीकमगढ़


कातिक मास ग्यारस तिथि, 
अति पुनीत जा होय।
 मन मोहन की होत है,
प्रीत करत जो कोय।।

***

-एस आर तिवारी, दद्दा टीकमगढ़

🎊 🎊🎇 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊


12-डॉ रेणु श्रीवास्तव, भोपाल 

दोहे विषय 'उरैन' 
✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️
देव उठानी ग्यास खों,
 तुलसा ब्याब कराएं। 
शुभ शुभ कारज होत हैं, 
सबइ देव जग जाएं।।
***
              
✍️ - डॉ रेणु श्रीवास्तव, भोपाल 
              

🎊 🎊🎇 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

13-रामानन्द पाठक नन्द,नैगुवां

       
एकादसी व्रत करौ,
हुइयें संकट दूर।
धन सम्पत बैभव मिलै,
सुख‌ पावै  भर पूर।।
***
-रामानन्द पाठक नन्द,नैगुवां
                              ‌         

🎊 🎊🎇 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

14-अमर सिंह राय,नौगांव जिला-छतरपुर



शेषनाग  शैय्या  शयन, 
करें  विष्णु  चौमास।
जौंन दिना सोकर उठत, 
बोलत ऊखाँ ग्यास।
***
                  ✍️अमर सिंह राय,नौगांव
                           
🎊 🎊🎇 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

15- कल्याण दास साहू "पोषक",,पृथ्वीपुर -
      


  ग्यारस तिथि कातिक सुदी , 
देवउठावन पर्व ।
होम - धूप  उजरें  दिया ,
 करें सबइ जन गर्व ।।
***
   ---- कल्याण दास साहू "पोषक",पृथ्वीपुर-निवाडी़ 

🎊 🎊🎇 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

*16*-रामेश्वर प्रसाद गुप्ता इंदु.,बडागांव झांसी
ग्यारस रस भरती सरस, 
देव उठानी ग्यास।
लगन शुरू हो बिआव की,
भक्ति भाव दे आस।।
***
-रामेश्वर प्रसाद गुप्ता इंदु.,बडागांव झांसी

🎊 🎊🎇 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

*17*-गणतंत्र ओजस्वी, खरगापुर
न्योतो सबरे देव खों, 
आव पावने गेह!
कारज सुभ ग्यारस करै!, 
बाँटो सबमें नेह!!
***
-गणतंत्र ओजस्वी, खरगापुर

🎊 🎊🎇 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

***
*18*-आरती "अक्षरा",छतरपुर
जा कैसी है नींद जू,
 सोय रहे दिन रैन।
जागे देवी देवता, 
ग्यारस की है रैन।।
***
आरती "अक्षरा",छतरपुर
***
🎊 🎊🎇 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

*19*- -प्रो(डॉ)शरद नारायण खरे,  मंडला,मप्र    
ग्यारस सैं मंगल पलौ,
पूरन हो हर काज।
विनती अब फूलै-फलै,
सुख सैं मोर समाज।।
        -प्रो(डॉ)शरद नारायण खरे,  मंडला,मप्र         
      
🎊 🎊🎇 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

*20*-डॉ.संध्या श्रीवास्तव, दतिया
देव उठ रहे आ गई,
ग्यारस जा भरपूर।
रोग,शोक,दुख-दर्द सब,
कर दो भगवन दूर।।
                      -डॉ.संध्या श्रीवास्तव, दतिया

🎊 🎊🎇 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊
#######№#########


🎊 🎊🎇 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊

                     ग्यास (देव उठावनी ग्यारस)
                   (बुंदेली दोहा संकलन ई-बुक)
      संपादन-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी', टीकमगढ़

              जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ 
                   की 75वीं ई-बुक

© कापीराइट-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

     ई बुक प्रकाशन दिनांक 15-11-2021



🎊🎇 🎉 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़🎇🎉🎊