Rajeev Namdeo Rana lidhorI

बुधवार, 3 जून 2020

वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़ की आनलाइन कहानी गोष्ठी

गीतिका वेदिका की ‘#सहेली_की_डायरी’का हुआ आन लाइन लोकार्पण-

(#समर्पयामि_फाउण्डेशन व #वनमाली_सृजन_केन्द्र_टीकमगढ़ का संयुक्त आयोजन)

#टीकमगढ़// समर्पयामि फाउण्डेशन एवं वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में तथा महेन्द्र भीष्म समर्पयामि कला एवं शोध संस्थान के संयोजन में आयोजित ‘अथ सहेली संवाद’ आनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिसकी अध्यक्षता प्रसिद्ध कथाकार श्री महेन्द्र भीष्म जी, लखनऊ (किन्नर कथा व मै पायल के लेखक) ने की एवं मुख्य अतिथि श्री राजेश्वर वशिष्ठ जी,गुडगाँव (याज्ञसेनी और अगस्त के राम के लेखक) तथा विशिष्ट अतिथि श्री सहावेंद्र प्रताप सिंह जी ललितपुर (सहेली की डायरी की भूमिका लेखक) व सुश्री अजंलि सिंह मंगलमुखी, अवध से रहे।
सर्वप्रथम सरस्वती वंदना एवं केशव बंदना की गयी तत्पश्चात् सुप्रसिद्ध कहानीकारा गीतिका वेदिका (टीकमगढ़) द्वारा रचित कहानी संग्रह ‘सहेली की डायरी’ का आनलाइन विमोचन किया गया।
    राजेश्वर वशिष्ठ जी (गुडगाँव) ने सहेली की डायरी की समीक्षा पढ़ी पुस्तक को पठनीय बताते हुए उसकी कहानी शुभ, नीलू, आदि पर अपनी समीक्षा करते हुए कहा कि-ये कहानी ग्रामीण परिवेश में रची गयी है। बहुत बढ़िया और पठनीय कहानियाँ है।
     राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’,टीकमगढ़ (जिलाध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़) ने अपनी समीक्षा में कहा कि- कहानी संग्रह में नीलू,‘जलदान’, ‘तीन पग’ मौसी आदि कहानियाँ बहुत पंसद आयी  शुभ कहानी एवं नीलू कहानियों में हिन्दी के साथ-साथ बुन्देली का भी पुट मिलता है लेखिका की कहानियों में बीच-बीच में कविताएँ भी पढ़ने को मिलती हंै ‘सहेली की डायरी’ कहानी संग्रह पठनीय है।
    शायर चाँद मोहम्मद आखिर टीकमगढ़ ने समीक्षा के दौरान कहा कि-बैसे तो सभी कहानियाँ अच्छी है लेकिन मुझे ‘जलदान’ एवं ‘विदाई कहानी बहुत अच्छी लगी।
ग़ज़लकार उमाशंकर मिश्र टीकमगढ़ ने समीक्षा में कहा कि -सभी कहानियाँ अच्छी लिखी गयी है मुझे ‘शुभ’ और ‘नीलू’ कहानी बहुत अच्छी लगी उन्होनंे ‘शुभ’ कहानी की विस्तृत समीक्षा करते हुए इसे एक श्रेष्ठ कहानी बताया।
        समर्पयामि के संरक्षक श्री महेन्द्र भीष्म जी लखनऊ ने समीक्षा करते हुए कहा कि-‘सहेली की डायरी’में लिखी सभी कहानियाँ बहुत अच्छी है उसमें भावों की सुंदर ढंग से अभिव्यक्ति है। उसमें पात्र हमंे अपने ही आस पास मिल जाते है।‘अथ सहेली संवाद प्रश्न’के अतर्गत शोधार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी भीष्म जी ने किया।
        आशीष कुलश्रेष्ठ लखनऊ ने कहा कि कहानियाँ बहुत अच्छी है उन्हेे भी नीलू, शुभ, आखिरी बस, और जलदान कहानियाँ बहुत अच्छी लगी।
शलिनी सिंह लखनऊ(रेडियो जंगशन) कहानियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि- इस पुस्तक की कुछ कहानियों को ‘‘साहित्य के फनकार’’ कार्यक्रम में सुनाया जायेगा।
             इनके अलावा वीणा सिंह, अनुज द्विवेदी शलिनी वर्मा, योगेन्द्र तिवारी योगी, टीकमगढ़, अलोक उपाध्याय, अतिम चैबे, गोल्डी त्रिवेदी ललितपुर सहित अथ किन्नर कथा संवाद समूह से किन्नर विमर्श के शोधार्थी, रामायण व हिन्दी-संस्कृत-अध्येता व स्वतंत्र मंच से अनेक शोधार्थी भी सहभागी रहे।
कार्यक्रम का संचालन स्वयं लेखिका गीतिका वेदिका ने किया। तकनीकी सहयोग अनुपमा पाण्डेय कानपरु, व सीमा भुवनेश्वर मुबंई,ने किया। सभी का आभार अंजलि अग्रवाल कलाधाम अकादमी नोएडा ने माना।
अंत में सभी ने गीतिका वेदिका का ‘सहेली की डायरी’ के विमोचन पर बधाइयाँ दी। गीतिका वेदिका ने बताया कि ‘सहेली की डायरी’ पर केेन्द्रित शीघ्र ही ‘अथ सहेली संवाद’ शीर्षक से एक विशेषांक प्रकाशित किया जायेगा।

              -        रपट- #राजीव_नामदेव ‘#राना_लिधौरी’
                      जिलाध्यक्ष-वनमाली सृजन केन्द्र,टीकमगढ़
                        टीकमगढ़ (म.प्र.) मोबाइल-9893520965



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