हिंदी कविता- "आज की तारीख"
10102020
आज की तारीख बिशेष है।
क्योंकि आदमी ही शेष है।।
वह दस-दस का बीस-बीस,
करने में सदा लगा है।
वह तो एक गधा है।
आपको आदमी किधर से लगा है।
आगे चुनाव खड़ा है,
कोरोनावायरस अब केवल
आंकड़ों में ही कम दिखा है।
क्योंकि चुनाव खड़ा है,
अब उन्हें डर नहीं लगता है,
आम सभा में हजारों का जमाबड़ा है।
लेकिन स्कूलों में ताला पड़ा है।
क्योंकि चुनाव खड़ा है।
वो आम आदमी से बड़ा है।।
तभी तो ये शैतान खड़ा है।
वो पैसों के लिए अडा है।
वो फिर से चुनाव लडा है।
तभी तो दरवाजे पर खड़ा है।
आदमी के पीछे पडा है।
क्योंकि चुनाव खड़ा है।।
@ राजीव नामदेव "राना लिधौरी" टीकमगढ़
संपादक "आकांक्षा" पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com
2 टिप्पणियां:
Sundar kvita
वाह
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