बेतवा (नदी)
बेतवा (नदी)
(बुंदेली दोहा संकलन) ई बुक
संपादक - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
प्रकाशन-जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़
© कापीराइट-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ई बुक प्रकाशन दिनांक 10-07-2021
टीकमगढ़ (मप्र)भारत-472001
मोबाइल-9893520965
😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
अनुक्रमणिका-
01-प्रभुदयाल श्रीवास्तव, टीकमगढ़,(म.प्र.)
02-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा(म.प्र.)
03- संजय श्रीवास्तव, मवई (दिल्ली)
04-प्रदीप खरे 'मंजुल', टीकमगढ़ (मप्र)
05-अशोक पटसारिया 'नादान' लिधौरा (टीकमगढ़)
06- कल्याणदास साहू "पोषक",पृथ्वीपुर(निवाड़ी)(म.प्र.)
07- एस. आर. 'सरल', टीकमगढ़ (मप्र)
08- परम लाल तिवारी, खजुराहो (मप्र)
09- रामेश्वर गुप्त, 'इंदु', बड़ागांव,झांसी (उ.प्र.)
10- मनोज कुमार सोनी, रामटोरिया,छतरपुर(मप्र)
11-शोभाराम दांगी इंदु, नदनवारा (मप्र)
12- अवधेश तिवारी, छिंदवाड़ा (मप्र)
13-डां.शरद नारायण खरे, मंडला,(मप्र)
14-गुलाब सिंह यादव 'भाऊ', लखौरा टीकमगढ़
15- रामानंद जी पाठक 'नंद',नैगुवा, (निवाडी)
अप्रतियोगी -
16- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' (टीकमगढ़)(म.प्र.)
17- राम गोपाल रैकवार, टीकमगढ़, (म.प्र)
18-वीरेन्द्र कुमार चंसौरिया, टीकमगढ़(मप्र)
19- गुण सागर सत्यार्थी, कुण्डेश्वर, टीकमगढ़, (म.प्र)
😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄
1-प्रभुदयाल श्रीवास्तव 'पीयूष', टीकमगढ़
😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
2-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा, टीकमगढ़
2 💐 🏆
द्वितीय स्थान प्राप्त दोहा -
राम रहें नित ओरछा,
बसत बेतवा तीर।
अबधराज पावन करत,
ज्यों सरजू कौ नीर।।
-***
#मौलिक एवम् स्वरचित#
-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा, (टीकमगढ़)
😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
3- संजय श्रीवास्तव, मवई (दिल्ली)
3️⃣ 💐 🏆
तृतीय स्थान प्राप्त दोहा -
पावन नगरी ओरछा,
नदी बेतवा धाम।
वीर बुन्देली भूमि पर,
बैठे राजा राम।।
***
- संजय श्रीवास्तव, मवई
२७ जून २१😊दिल्ली
😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄
4-प्रदीप खरे 'मंजुल', टीकमगढ़ (मप्र)
🏆 🏆 🏆
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5-अशोक पटसारिया 'नादान' ,लिधौरा ,टीकमगढ़
जितै बेतवा जामनी,
पूरन करतीं आस।
दोनों बैनें मिल गई,
नौट घाट के पास।।
***
-अशोक पटसारिया 'नादान' ,लिधौरा, टीकमगढ़
🏆 🏆 🏆
😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
🏆 🏆 🏆
😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
7-एस. आर. सरल, टीकमगढ़ (मप्र)
***
मौलिक एवं स्वरचित
-एस आर सरल,टीकमगढ़
😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
8- परम लाल तिवारी, खजुराहो (मप्र)
😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
9-रामेश्वर प्रसाद गुप्त, बड़ागांव, झांसी
नदी बेतवा पावनी,
पानी सुधा समान।
प्यास बुझाये जीव की,
खेतों को वरदान।
***
-रामेश्वर प्रसाद गुप्ता इंदु.,बडागांव झांसी (उप्र.)
😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
10-मनोज कुमार सोनी रामटौरिया, (छतरपुर)
विंध्य झिरी सें झिरत है,
भागीरथी बुँदेल।
है वरदानी वेतवा,
जमुना करवै मेल।।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
(मौलिक एवं स्वरचित)
✍🏽-मनोज कुमार सोनी रामटौरिया, (छतरपुर)
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11-शोभाराम दांगी 'इंदु', नदनवारा (मप्र)
नदी बेतवा कौ जनम,
झिरी कोलार बताव ।
रातापानी घनें वनों,
उद्गम बीच बताव ।।
***
-शोभाराम दाँगी नंदनवारा
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12- अवधेश तिवारी, छिंदवाड़ा (मप्र)
चंबल सासू है मेरी,
गुइयाँ मेरी धसान।
नाम बेतवा है मेरो,
बुंदेली पहचान।।
*****
-कल्लूके दद्दा
(अवधेश तिवारी)
छिंदवाड़ा (मप्र)
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13- डॉ. शरद नारायण खरे,मंडला (मप्र)
महतारी सी बेतवा,
करै सबई सैं प्यार।
सबकौ बा सुख देत है,
पावन है जलधार।।
-डॉ. शरद नारायण खरे,मंडला (मप्र)
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14-गुलाब सिंह यादव भाऊलखौरा टीकमगढ़
घाट कंचना कंचन घिसे,
कंचन सी है धार।
नदी बेतवा राम लला ,
महिमा अपरम्पार।।
***
गुलाब सिंह यादव भाऊलखौरा टीकमगढ़
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15-रामानंद पाठक 'नंद', नैगुवा, निवाडी (मप्र)
जय हो ओरछाधीस कि,
हो रइ जय जयकार।
धन्य भाग्य वेत्रबती ,
निशदिन चरन पखार ।।
"***
-रामानंद पाठक 'नंद', नैगुवा, निवाडी (मप्र)
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16-राजीव नामदेव "राना लिधौरी" , टीकमगढ़ (मप्र)
*सप्लीमेंट्री दोहा/प्रतियोगिता से बाहर*
*बिषय- बेतवा*
गंगा सें जै कम नईं,
नदी बेतवा नाम।
चलो ओरछा है चले,
उतै विराजे राम।।
***
*- राजीव नामदेव "राना लिधौरी" टीकमगढ़*
संपादक "आकांक्षा" पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com
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17- राम गोपाल रैकवार, टीकमगढ़ (म.प्र.)
"अप्रतियोगी दोहा-
पुन्न दायिनी बेतवा
नगर ओरछा धाम
कलयुग की गंगा नदी,
तट पै राजत राम।
***
रामगोपाल रैकवार, टीकमगढ़
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18- -वीरेन्द्र कुमार चंसौरिया, टीकमगढ़
अप्रतियोगी दोहा-
नदी ओरछा बेतवा,
सबके मन खों भाय।
दर्शन करबे ओरछा,
अच्छे अच्छे आय।।
****
---------------स्वरचित------------
-वीरेन्द्र कुमार चंसौरिया, टीकमगढ़
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19- गुण सागर सत्यार्थी ,कुण्डेश्वर, टीकमगढ़*
कलि गंगा माँ बेतवा,
करने जग उद्धार।
स्वर्ग लोक से अवतरित,
मछली पै असवार।।"
***
गुण सागर सत्यार्थी ,कुण्डेश्वर, टीकमगढ़*
*टीपः- प्रतिस्पर्धा हेतु नही है यह।
(पद्मपुराण में बेतवा को कलयुग की गंगा कहा गया है और बेतवा की सवारी मछली बताई गयी है) -
*गुण सागर सत्यार्थी ,कुण्डेश्वर, टीकमगढ़*
😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
20-हरिराम तिवारी 'हरि' खरगापुर (म.प्र.)
अप्रतियोगी दोहा-
तुंगारंन्य प्रसिद्ध वन, मध्य ओरछा धाम।
वैत्रवती गंगा बहत, कहत बेतवा नाम।।
जय जय सियाराम🙏🙏
हरिराम तिवारी 'हरि' खरगापुर
जिला टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश)
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1 टिप्पणी:
Nice dohe in a e book
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