Rajeev Namdeo Rana lidhorI

रविवार, 4 जुलाई 2021

बखरी (बुंदेली दोहा संकलन ई-बुक) -संपादन-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी', टीकमगढ़ (मप्र)


                             बखरी
                  (बुंदेली दोहा संकलन) ई बुक
          संपादक - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
                  

                            बखरी
                  (बुंदेली दोहा संकलन) ई बुक
          संपादक - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

प्रकाशन-जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़
© कापीराइट-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

ई बुक प्रकाशन दिनांक 4-07-2021
        टीकमगढ़ (मप्र)भारत-472001
         मोबाइल-9893520965

😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄


              अनुक्रमणिका-

01-प्रदीप खरे 'मंजुल', टीकमगढ़ (मप्र)
02-अशोक पटसारिया 'नादान' लिधौरा (टीकमगढ़) 
03-कल्याणदास साहू "पोषक",पृथ्वीपुर(निवाड़ी)(म.प्र.)
04- एस. आर. 'सरल', टीकमगढ़ (मप्र)
05- परम लाल तिवारी, खजुराहो (मप्र)
06- संजय श्रीवास्तव, मवई (दिल्ली)
07-रामेश्वर गुप्त, 'इंदु', बड़ागांव,झांसी (उ.प्र.)
08-प्रभुदयाल श्रीवास्तव, टीकमगढ़,(म.प्र.)
09-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा(म.प्र.)
10- मनोज कुमार सोनी, रामटोरिया,छतरपुर(मप्र)
11-शोभाराम दांगी इंदु, नदनवारा (मप्र)
12-सरस कुमार, दोह खरगापुर (मप्र)
13-वीरेन्द्र कुमार चंसौरिया, टीकमगढ़(मप्र)
14-नीता श्रीवास्तव ,रायपुर (छत्तीसगढ़)
15- अवधेश तिवारी, छिंदवाड़ा (मप्र)
16-डां.शरद नारायण खरे, मंडला,(मप्र)
17-गुलाब सिंह यादव 'भाऊ', लखौरा टीकमगढ़

अप्रतियोगी 
1- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' (टीकमगढ़)(म.प्र.)
2- अमिताभ गोस्वामी जी ,भोपाल (म.प्र)

😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄

1-प्रदीप खरे 'मंजुल', टीकमगढ़ (मप्र)

          1️⃣    💐 🏆
प्रथम स्थान प्राप्त दोहा 

बखरी नौनी बा लगै,
जा में सबइ समात। 
बूढ़न बिन बखरी नहीं,
भैया कितउं सुहात।।
       ***

-प्रदीप खरे मंजुल,टीकमगढ़ (म.प्र.)💐

            🏆 🏆 🏆

😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

2-अशोक पटसारिया 'नादान' ,लिधौरा ,टीकमगढ़ 


           2️⃣ 💐 🏆
द्वितीय स्थान प्राप्त दोहा -

आंगन में तुलसी घरा,
बारें गउ की सार।
चौबन्दी बखरी बनी,  
छत्त कंगूरन दार।।।।   
             ***

           -अशोक पटसारिया 'नादान' ,लिधौरा, टीकमगढ़ 
                   🏆 🏆 🏆
😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

3-कल्याणदास साहू "पोषक", पृथ्वीपुर, (निवाड़ी)


           3️⃣   💐 🏆
तृतीय स्थान प्राप्त दोहा -

होय घिनोंची जलघरा , 
गमलन में फुलवार ।
वेदी माँ  तुलसीघरा ,
 बखरी सोभादार ।।

 ***
 -कल्याण दास साहू "पोषक"पृथ्वीपुर,निवाडी़ (मप्र)
  ( मौलिक एवं स्वरचित )

             🏆 🏆 🏆
😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄


4-एस. आर. सरल, टीकमगढ़ (मप्र)


बखरी  बेड़ा  बायरै, 
बब्बा  बउ  बतराँय।
बड़ी बिदनवाँ बीदती,
बखरी बिन बसकाँय।।     
   ***
 मौलिक एवं स्वरचित
     -एस आर सरल,टीकमगढ़      
        
😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄


5- परम लाल तिवारी, खजुराहो (मप्र)


बखरी से बाहर कड़ीं,
रज्जू कर श्रंगार।
नैन रोग जिनके बसे,
निरखें बारंबार।।
*****
                  -परम लाल तिवारी,खजुराहो (मप्र)       

 😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

6- संजय श्रीवास्तव, मवई (दिल्ली)


बखरी अपनन सें बडी,
कर लओ हिस्सा बाँट।
  बाप मताई छोडकें,
भींटन खों रय चाट।।
***
     - संजय श्रीवास्तव, मवई
      २७ जून २१😊दिल्ली

   😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄

7-रामेश्वर प्रसाद गुप्त, बड़ागांव, झांसी


घर की बखरी बीच में, 
तुलसी खिली जनाब।
बेला चम्पा चांदनी,
 जूही और गुलाब।।
***
-रामेश्वर प्रसाद गुप्ता इंदु.,बडागांव झांसी (उप्र.)

😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

8-प्रभुदयाल श्रीवास्तव 'पीयूष', टीकमगढ़





बा बांकी बखरी बनीं,
दोर दुग‌इ दालान।
मड़ा अटारी में खिली ,
मनहर मृदु मुस्कान।।

        ***

         -प्रभु दयाल श्रीवास्तव पीयूष टीकमगढ़

😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄

9-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा, टीकमगढ़ 

                    
प्रेम पुटरिया पिया की,
बखरी में दो खोल।
जो खोलत बन सके ना,
राखौ उयै टटोल।।
               -***
#मौलिक एवम् स्वरचित#

-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा, (टीकमगढ़)

😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

10-मनोज कुमार सोनी रामटौरिया, (छतरपुर)

बखरी में खुकरी मची,
उदम करै लडे़र।
खुली किबरिया डार दइ,
गैया खा गई केर।।

🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
(मौलिक एवं स्वरचित)
✍🏽-मनोज कुमार सोनी रामटौरिया, (छतरपुर)               

😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

11-शोभाराम दांगी 'इंदु', नदनवारा (मप्र)


चौबंदी "बखरी "अगर, 
काऊ कि गर होय ।
सबसैं नौंनीं बेई लगै, 
भले न तिखंडा तोय।।
              ***
-शोभाराम दाँगी नंदनवारा

😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄


12-सरस कुमार, दोह खरगापुर (मप्र)

बखरी ऐसी तो बना, 
जी मे हो सुख चार ।
दादा, पर दादा, पिता,
 उर माता को प्यार ।।
***

-सरस कुमार, दोह खरगापुर (मप्र)

😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

13-  -वीरेन्द्र कुमार चंसौरिया, टीकमगढ़


बखरी में चूले बने,
बगल घिनोची चार ।
उतइं बैठ कें खात हैं,
हम उर रिश्तेदार।।
****
---------------स्वरचित------------
        -वीरेन्द्र कुमार चंसौरिया, टीकमगढ़


😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄


14-नीता श्रीवास्तव ,रायपुर (छत्तीसगढ़)


महकी *बखरी* भुंसरा , 
धन्य हो गओ द्वार |
किशन कलेवा कर रहे , 
विदुर करत मनुहार ||
****
-नीता श्रीवास्तव ,रायपुर (छत्तीसगढ़)
***
😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

15- अवधेश तिवारी, छिंदवाड़ा (मप्र)


बईमानी कर खे मती 
बनियो धन्नासेठ।
बखरी में रइयो भलई,
रइयो निन्नेपेट।।
           *****
          -कल्लूके दद्दा
         (अवधेश तिवारी) 
            छिंदवाड़ा (मप्र)
😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

16- डॉ. शरद नारायण खरे,मंडला (मप्र)

बखरी,हर ले बैल खौं,
जातौ खेत किसान।
जुत जाबै जब खेत सब,
तबई खेत कौ मान।।

😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

17-गुलाब सिंह यादव भाऊलखौरा टीकमगढ़
अटा अटारी ईट के,
आँगन में मेंदान।
चोपाली बखरी बने,
दरबाजा की शान।।
          ***
गुलाब सिंह यादव भाऊलखौरा टीकमगढ़

😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

-राजीव नामदेव "राना लिधौरी" , टीकमगढ़ (मप्र)


*सप्लीमेंट्री दोहा/प्रतियोगिता से बाहर*

*बिषय-बखरी*

बड़ी बखरी समीप ही,
राना का है धाम।
गांव लिधौरा है बड़ा,
लोहागढ़ था नाम।।
***3-7-2021
*- राजीव नामदेव "राना लिधौरी" टीकमगढ़*
      संपादक "आकांक्षा" पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com

😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

2- अमिताभ गोस्वामी,भोपाल (मप्र)



"बखरी बखरी हो गई
 भइयन बंदर-बाँट।,
बूड़े दद्दा जा डरे लै,
 अथाई पै खाट।।"
      ***

-अमिताभ गोस्वामी,भोपाल (मप्र)
   मौलिक-स्वरचित।

😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄





                            डुबरी
                (बुंदेली दोहा संकलन) ई बुक
          संपादक - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

प्रकाशन-जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़
© कापीराइट-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

         ई_बुक प्रकाशन दिनांक 4-07-2021
            टीकमगढ़ (मप्र)भारत-472001
                 मोबाइल-9893520965

😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄

कोई टिप्पणी नहीं: