Rajeev Namdeo Rana lidhorI

सोमवार, 5 सितंबर 2022

स्व.पन्नालाल जी नामदेव नवम स्मृति साहित्य समारोह सम्मान-2022

स्व.पन्नालाल जी नामदेव स्मृति में हुआ 9वाँ सम्मान समारोह -
 छत्तीसगढ़ के चोवाराम बादल को मिला पन्नालाल नामदेव स्मृति सम्मान-
(छत्तीसगढ़,हटा दमोह,पृथ्वीपुर,पलेरा,नैगुवा,लिधौरा,बल्देवगढ़,रामगढ़,लखौरा,से आये कवि)
 
टीकमगढ़//नगर के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार राजीव नामदेव राना लिधौरी के दादा जी एवं दादी जी की पुण्य स्मृति में आयोजित स्व.पन्नालाल जी नामदेव स्मृति नवम् साहित्य सम्मान समारोह व साहित्यिक संस्था म.प्र.लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ के ‘वार्षिक उत्सव’ व कवि सम्मेलन ‘आकांक्षा’ पब्लिक स्कूल,चर्च के पीछे,शिवनगर कालोनी, टीकमगढ़ में आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता सम्मान्य  शायर हाजी जफ़रउल्ला खाँ ‘ज़फ़र’(टीकमगढ़) ने की एवं मुख्य अतिथि श्री चोवा राम जी बादल,(उडैला छत्तीसगढ़) रहे एवं विशिष्ट अतिथ के रूप में श्री जयहिंद सिंह‘जयहिंद’ (पलेरा)व श्री रामगोपालर रैकवार रहें। सर्व प्रथम माँ सरस्वती के चित्रपर माल्यार्पण कर सरस्वती वंदना गुलाब सिंह यादव ‘भाऊ’ ने पढ़ी।
प्रथम चरण मे स्व.पन्नालाल जी नामदेव नवम् स्मृति साहित्य सम्मान-2022 का श्री चोवा राम जी बादल,(उडैला छत्तीसगढ़) को उनकी ‘कुण्डलिया किल्लोल’ के लिए प्रदान किया गया जिसके तहत सम्मान राशि 1100रू नगद, शाल,श्रीफल, एवं आकर्षक स्मृति चिह्न व सम्मान पत्र से अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
स्व.रूपाबाई नामदेव स्मृति साहित्य सम्मान-2022 श्री जयहिंद सिंह’ ‘जयहिंद’(पलेरा) को उनके बुंदली के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया गया तथा श्री रामगोपाल रैकवार को सेवानिवृत्ति पर शाल श्रीफल व सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में लेखक-यदुकुल नंदन खरे (बल्देवगढ़) की कृति ‘खोखली दीवार (उपन्यास) का एवं राजीव नामदेव राना लिधौरी द्वारा संपादित ‘आंकाक्षा’पत्रिका के 17 अंक का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने बताया कि इस अवसर पर एक कवि सम्मेलन भी आयोजित किया गया है जिसमें तीसरे चरण में एक विराट कवि सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें कवियों ने अपनी रचनाओं से खूब वाहवाही लूटी।कार्यक्रम के सूत्रधार एवं संयोजक श्री राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने सभी का अभार प्रकट किया जबकि संचालन श्री वीरेन्द्र चंसौरिया ने किया।
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प्रैस विज्ञप्ति-क्रमांक-2-
स्व. पन्नालाल नामदेव स्मृति में आठवें कवि सम्मेलन में कवियों ने लूटी वाहवाही-
(छत्तीसगढ़,उडैला,हटादमोह,पृथ्वीपुर,पलेरा,नैगुवा,लिधौरा,बल्देवगढ़,रामगढ़,नदनवारा,लखौरा से आये कवि)

टीकमगढ़/नगर के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार राजीव नामदेव राना लिधौरी के दादा जी की पुण्य स्मृति में स्व.पन्नालाल जी नामदेव स्मृति नवम् कवि सम्मेलन ने समा बांध दिया लगभग 45 कवियों ने काव्य पाठ किया। ‘आकांक्षा’ पब्लिक स्कूल,चर्च के पीछे,शिवनगर कालोनी, टीकमगढ़ में आयोजित किया गया। कवि सम्मेलन का आगाज़ माँ सरस्वती वंदना से किया। लखौरा के गुलाब सिंह यादव ने वंदना से किया व रचना पड़ा-कै दिन करो बहाने,मनुवा तुमे एते न रानै।
 श्री चोवा राम जी बादल,(उडैला छत्तीसगढ़)  ने कुण्डलिया पढ़ी-
पक्के हैं बेशर्म ये, तनिक न आवे लाज,गिरगिट से मेढ़क बने,देखो नेता आज।।
देखो नेता आज,बदलते रहते पला,पहनें वस्त्र सफेद,किन्तु उनका दिल काला।।
श्री संजय श्रीवास्वत,(दिल्ली), ने गीत सुनाया- गाँव में है देश अपना, देश में है गाँव।
नदिया है गहरी, हिचकौले खाती नाव।।
डॉ. प्रीति ंिसंह परमार ने कविता पढ़ी- भक्त से भगवान का रिश्ता अनोखा होता है।
जब जब बजेगी बाँसुरिया,राधा को आना होता है।।
श्री जयहिंद सिंह‘जयहिंद’ं(पलेरा)ने गीत-सुनो बात नन्ना,होकें चौकन्ना,डार के घुटन्ना जाने है,नामदेव पन्ना पुराने है
श्री भगवान सिंह  अनुरागी’ (हटा,दमोह) ने रचना पढ़ी- अपने ई बुन्देलखण्ड को हे दुनियां में शोर जू।
राजाराम ओरछा बिराजे,पन्ना जुगन किशोर जू।।
श्री शोभाराम दांगी(नदनवारा) ने गीत सुनाया-जले जा रहे ख्बाब दिनों दिन हमारे।
लिखा क्या नसीब में केाई बतादे हमारे।।
श्री प्रमोद मिश्रा’(बल्देवगढ़)ने पढ़ा-बल सेनहि विवेक से चलना होगा,हमें वक़्त के साँचं में ढलना होगा
श्री यदुकुल नंदन खरे(बल्देवगढ़) ने रचना पढ़ी- मत सोचो कि दुनिया में शैतान रहा करते हैं।
   मानव के अंतर्मन में तो भगवान रहा करते है।।
जाबिर गुल ने ग़ज़ल पढ़ी- खूं से शहीदों ने इसे दुल्हन बना दिया। किस्मत ने धन्य इस तरह जीवन बना दिया।।
श्री अनवर खान ‘साहिल’(टीकमगढ़) ने ग़ज़ल कही-ऋषियों की तपो भूमि पेहक आपका नहीं।
कश्मीर हमारा है तिरे बाप का नहीं।।
श्री रामानंद पाठक ‘नंद’(नैगुवा) ने कविता पढ़ी- धरा धाम पै आवे दादा, जन्म लेय अभिनंदन।
श्रद्धा सुमन समररपन उनकौं करते पाठक नदंन।।
श्री भगवत नरायण ‘रामायणी’(देवीनगर) ने कविता पढ़ी- दशरथ सुकृत राम घर देही,जनक सुकृत पूरह वेदेही।
श्री आशोक पटसारिया (लिधौरा)ने रचना पढ़ी- कौन भुवन में अजर अमर है, दुनिया आनी जानी जी।
श्री एस.आर सरल ने रचना पढ़ी- संगे बंदो बछु नइ जाने,धरों इतर सब रानें।।
इनके अलावा मीनू गुप्ता  श्री रवि पाठक (लिधौरा),रामसहाय राय (रामगढ़),श्री कल्याण दास पोषक (पृथ्वीपुर),मप्रकाश नामदेव लखौरा,रामगोपाल रैकवार, कमलेश सेन, हाजी ज़फर उल्ला खां ज़फ़र, राजीव नामदेव‘राना लिधौरी,प्रभुदयाल श्रीवास्तव, उमाशंकर मिश्र,कमलेश सेन, अनवर खान साहिल’,चाँद मोहम्मद आखिर,शकील खान, विजय मेहरा,सियाराम अहिरवार, विचित्र सेन,दयाली विश्वकर्मा,पं.हरिविष्णु अवस्थी,कौशल किशोर भट्ट आदि ने भी अपनी रचनाएँ सुनायी कवि सम्मेलन का संचालन वीरेन्द्र चंसौरिया ने किया जबकि सभी का आभार संयोजक राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ प्रकट किया।
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. राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़
शिवनगर कालौनी,टीकमगढ़(म.प्र.)मोबाइल-9893520965


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