Rajeev Namdeo Rana lidhorI

शनिवार, 19 अक्टूबर 2013

राजीव नामदेव 'राना लिधौरी-व्यंग्य स्तम्भ-शर्म इनको मगर आती नहीं-4-'सरकार सो रही है


व्यंग्य स्तम्भ-शर्म इनको मगर आती नहीं

    (4)  ''सरकार सो रही है
मँहगार्इ डायन जनता को खा रही है।
सबिज़्यों पर शीला की जवानी छा रही है।।
प्याज मुन्नी मुफ़्त में बदनाम हो रही है।
इस देश की सरकार अभी सो रही है।।

कजऱ् मेंं डूबा,नकली खाद-बीज़ पाकर,
किसानों की आत्मा यहाँ रो रही है।
इस देश की सरकार अभी सो रही है।।

लहसुन पे अमीरी बहुत छा रही है।
क्रिकेट में खिलाडि़यों की सेल हो रही है।
इस देश की सरकार अभी सो रही है।।

इंसानियत इस जहाँ से अब खो रही है।
नेताओं के घोटालों की हद हो रही है।
इस देश की सरकार अभी सो रही है।।

-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी
संपादक 'आकांक्षा पत्रिका
 अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़
शिवनगर कालौनी,टीकमगढ़(म.प्र.)
भारत,पिन:472001 मोबाइल-9893520965

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