Rajeev Namdeo Rana lidhorI

सोमवार, 21 अक्टूबर 2013

राजीव नामदेव 'राना लिधौरी का व्यंग्य स्तम्भ-(5) शर्म इनको मगर आती नहीं

राजीव नामदेव 'राना लिधौरी का
व्यंग्य स्तम्भ-शर्म इनको मगर आती नहीं

(सन्दर्भ-र्इशांत शर्मा द्वारा एक ओवर में 30 रन देने पर)
 
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी का व्यंग्य स्तम्भ-(5) शर्म इनको मगर आती नहीं-
शर्मा जी कुछ तो शरमाते-
उनके मामूली से बालर ने
हमारे एक टाप बालर की,
रूर्इ की तरह इतनी की धुनार्इ,
कि शर्मा होते हुए भी उनको
जरा भी शर्म नहीं आयी।
मैच हराने की बताओ भार्इ,
तुमने कितनी रकम है खायी,
ये तो हद हो गयी।
लगता है मैच फिकिसंग हो गयी।
लाज शर्म क्रिकेट से तो अब खो गयी ।
भारतीय क्रिकेट की आत्मा ही रो गयी।।
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-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी
संपादक 'आकांक्षा पत्रिका
 अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़
शिवनगर कालौनी,टीकमगढ़(म.प्र.)
भारत,पिन:472001 मोबाइल-9893520965

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