Rajeev Namdeo Rana lidhorI

शनिवार, 26 दिसंबर 2020

अटल बिहारी वाजपेई जी को समर्पित कविता- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी', टीकमगढ़ (मप्र)

माननीय श्रीअटल जी को समर्पित’
कविता-‘हे अटल तुम...’

हे अटल तुम तो सचमुच अटल हो,
तुम्हारी कीर्ति अजर और अमर हो।
जीवन भर देश की सेवा करते रहे,
भाजपा के सरोवर के स्वर्ण कमल हो।।

कारगिल युद्ध कराके आपने,
पाक के नापाक इरादे नाकाम कर दिये,
दुश्मन के दाँत खट्टे कर दिये।
देश में चैंन और अमन का, 
काम ऐसे करते सदा रहे हो,
विपक्षी भी आपको सर झुकाते रहे।

आज देश को आपकी जरूरत है,
आप फिर से भारत में ही जन्म लेना।
आज के नेताओं को राजनीति का पाठ सिखाना,
वे राजनीति भूल कर कूट नीति करने लगे हैं।
नेता शब्द को ही बदनाम करने लगे है।

आपकी कविताएँ भी क्या धूम मचाती हैं,
युवाओं में जोश और चेतना जगाती हैं।
फिर ऐसी क्या बात हो गयी कि
मौत से आपकी ठन गयी।

अचानक रूठ के हमसे चले गये,
सारी दुनिया को स्तब्ध कर गये।
आपका यूँ चले जाना अच्छा नहीं लगा,
जैसे चला गया हो कोई हमारा सगा।

हम आपको कभी नहीं भुला पाएँगे।
किये जो काम आपने वो सदा याद आयेगें।।
#####
   © राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’
संपादक ‘आकांक्षा’ पत्रिका
  अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
महामंत्री-अ.भा.बुन्देलखण्ड साहित्य एवं संस्कृति परिषद
 शिवनगर कालौनी,टीकमगढ़ (म.प्र.)
  पिनः472001 मोबाइल-9893520965

कोई टिप्पणी नहीं: