Rajeev Namdeo Rana lidhorI

मंगलवार, 3 अगस्त 2021

महादेव (हिन्दी दोहा संकलन) संपादन- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी', टीकमगढ़ (मप्र)


                             महादेव
                 (हिन्दी दोहा संकलन) ई_बुक
          संपादक - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
                  
                            महादेव
                 (हिन्दी दोहा संकलन) ई_बुक
          संपादक - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
                                  
प्रकाशन-जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़
© कापीराइट-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

ई बुक प्रकाशन दिनांक 03-08-2021
        टीकमगढ़ (मप्र)भारत-472001
         मोबाइल-9893520965
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              अनुक्रमणिका-
01- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' (टीकमगढ़)(म.प्र.)
02-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा(म.प्र.)
03हरि राम तिवारी 'हरि',खरगापुर,टीकमगढ़(म.प्र)
04-प्रदीप खरे 'मंजुल', टीकमगढ़ (मप्र)
05-प्रभुदयाल श्रीवास्तव, टीकमगढ़,(म.प्र.)
06-अशोक पटसारिया,लिधौरा (टीकमगढ़) 
07 कल्याणदास साहू "पोषक",पृथ्वीपुर(निवाड़ी)(म.प्र.)
08- रामेश्वर गुप्त, 'इंदु', बड़ागांव,झांसी (उ.प्र.)
09-सीताराम तिवारी 'दद्दा', टीकमगढ़,(म.प्र.)
10-गुलाब सिंह यादव 'भाऊ', लखौरा टीकमगढ़
11-परम लाल तिवारी,खजुराहो
12-रामानंद पाठक 'नंद', नैगुवा (निवाडी)
13- जनक कुमारी, सिंह भोपाल (मप्र)
14- डी.पी.शुक्ला 'सरस', टीकमगढ़
15- राम विहारी सक्सैना, खरगापुर(टीकमगढ़)
16- अभिनंदन गोइल इंदौर (मध्यप्रदेश)
17-  प्रदीप गर्ग 'पराग', फरीदाबाद (हरियाणा)
18- पटल समीक्षा-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा(म.प्र.)

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भगवान शिव जी के 108 पावन नाम ----

१- ॐ भोलेनाथ नमः
२-ॐ कैलाश पति नमः
३-ॐ भूतनाथ नमः
४-ॐ नंदराज नमः
५-ॐ नन्दी की सवारी नमः
६-ॐ ज्योतिलिंग नमः
७-ॐ महाकाल नमः
८-ॐ रुद्रनाथ नमः
९-ॐ भीमशंकर नमः
१०-ॐ नटराज नमः
११-ॐ प्रलेयन्कार नमः
१२-ॐ चंद्रमोली नमः
१३-ॐ डमरूधारी नमः
१४-ॐ चंद्रधारी नमः
१५-ॐ मलिकार्जुन नमः
१६-ॐ भीमेश्वर नमः
१७-ॐ विषधारी नमः
१८-ॐ बम भोले नमः
१९-ॐ ओंकार स्वामी नमः
२०-ॐ ओंकारेश्वर नमः
२१-ॐ शंकर त्रिशूलधारी नमः
२२-ॐ विश्वनाथ नमः
२३-ॐ अनादिदेव नमः
२४-ॐ उमापति नमः
२५-ॐ गोरापति नमः
२६-ॐ गणपिता नमः
२७-ॐ भोले बाबा नमः
२८-ॐ शिवजी नमः
२९-ॐ शम्भु नमः
३०-ॐ नीलकंठ नमः
३१-ॐ महाकालेश्वर नमः
३२-ॐ त्रिपुरारी नमः
३३-ॐ त्रिलोकनाथ नमः
३४-ॐ त्रिनेत्रधारी नमः
३५-ॐ बर्फानी बाबा नमः
३६-ॐ जगतपिता नमः
३७-ॐ मृत्युन्जन नमः
३८-ॐ नागधारी नमः
३९- ॐ रामेश्वर नमः
४०-ॐ लंकेश्वर नमः
४१-ॐ अमरनाथ नमः
४२-ॐ केदारनाथ नमः
४३-ॐ मंगलेश्वर नमः
४४-ॐ अर्धनारीश्वर नमः
४५-ॐ नागार्जुन नमः
४६-ॐ जटाधारी नमः
४७-ॐ नीलेश्वर नमः
४८-ॐ गलसर्पमाला नमः
४९- ॐ दीनानाथ नमः
५०-ॐ सोमनाथ नमः
५१-ॐ जोगी नमः
५२-ॐ भंडारी बाबा नमः
५३-ॐ बमलेहरी नमः
५४-ॐ गोरीशंकर नमः
५५-ॐ शिवाकांत नमः
५६-ॐ महेश्वराए नमः
५७-ॐ महेश नमः
५८-ॐ ओलोकानाथ नमः
५४-ॐ आदिनाथ नमः
६०-ॐ देवदेवेश्वर नमः
६१-ॐ प्राणनाथ नमः
६२-ॐ शिवम् नमः
६३-ॐ महादानी नमः
६४-ॐ शिवदानी नमः
६५-ॐ संकटहारी नमः
६६-ॐ महेश्वर नमः
६७-ॐ रुंडमालाधारी नमः
६८-ॐ जगपालनकर्ता नमः
६९-ॐ पशुपति नमः
७०-ॐ संगमेश्वर नमः
७१-ॐ दक्षेश्वर नमः
७२-ॐ घ्रेनश्वर नमः
७३-ॐ मणिमहेश नमः
७४-ॐ अनादी नमः
७५-ॐ अमर नमः
७६-ॐ आशुतोष महाराज नमः
७७-ॐ विलवकेश्वर नमः
७८-ॐ अचलेश्वर नमः
७९-ॐ अभयंकर नमः
८०-ॐ पातालेश्वर नमः
८१-ॐ धूधेश्वर नमः
८२-ॐ सर्पधारी नमः
८३-ॐ त्रिलोकिनरेश नमः
८४-ॐ हठ योगी नमः
८५-ॐ विश्लेश्वर नमः
८६- ॐ नागाधिराज नमः
८७- ॐ सर्वेश्वर नमः
८८-ॐ उमाकांत नमः
८९-ॐ बाबा चंद्रेश्वर नमः
९०-ॐ त्रिकालदर्शी नमः
९१-ॐ त्रिलोकी स्वामी नमः
९२-ॐ महादेव नमः
९३-ॐ गढ़शंकर नमः
९४-ॐ मुक्तेश्वर नमः
९५-ॐ नटेषर नमः
९६-ॐ गिरजापति नमः
९७- ॐ भद्रेश्वर नमः
९८-ॐ त्रिपुनाशक नमः
९९-ॐ निर्जेश्वर नमः
१०० -ॐ किरातेश्वर नमः
१०१-ॐ जागेश्वर नमः
१०२-ॐ अबधूतपति नमः
१०३ -ॐ भीलपति नमः
१०४-ॐ जितनाथ नमः
१०५-ॐ वृषेश्वर नमः
१०६-ॐ भूतेश्वर नमः
१०७-ॐ बैजूनाथ नमः
१०८-ॐ नागेश्वर नमः

संकलन-राजीव नामदेव "राना लिधौरी" , टीकमगढ़ (मप्र)

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1-राजीव नामदेव "राना लिधौरी" , टीकमगढ़ (मप्र)


*बिषय- महादेव*

*1*
महादेव महिमा महा,
महाकाल,कहलात।
नंदी,गौरा, पार्वती,
गुण गाये न अघात।।
***
*2*
कृपा करो महादेव जी,
कष्ट हरो, हे नाथ।
कुंडेश्वर  शिव जी सदा,
देना  मेरा साथ ।।

***3.8.2021
*© राजीव नामदेव "राना लिधौरी" टीकमगढ़*
           संपादक "आकांक्षा" पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com
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2-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा, टीकमगढ़ (मप्र)

     
       ##दोहे#
               #मंगलवार#दिनाँक03.08.21#
#हिन्दी दोहे 5#महादेव#
*************************
            #दोहे महादेव#
                    #1#
महादेव मन मनोहर,माथ मयंक महान।
मधुकर मणिधर मानसी,मुदमय मूरत मान।।
                    #2#
मन मतंग मौजी मधुर,महादेव मद मस्त।
पार्वती पाई परम,पापी पारे पस्त।।
                    #3#
सरसिज सुरसरि सती सब,संगत सुर सरताज।
मद मस्ती मंगलमयी,महादेव महिराज।।
                    #4#
पार्वती पीताम्बरी परम पवित्र पुनीत।
मैना मानस मंगला,महादेव मनमीत।।
                    #5#
चंद्रमौलि शंकर शिवम् महादेव के नाम।
भूत प्रेत मानव सभी,शिव के रहे गुलाम।।
***
जयहिन्द सिंह जयहिन्द
पलेरा जिला टीकमगढ़
मो0  6260886596

              ###
-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा, (टीकमगढ़)

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3-हरि राम तिवारी 'हरि',खरगापुर, टीकमगढ़ (म.प्र)

हिंदी दोहे - *महादेव*

सब देवों के देव हैं, महादेव भगवान।
आशुतोष भगवान शिव, करते जग कल्याण।।

औगड़दानी जगतपति, भोलेनाथ उदार।
गणपति गौरा षटवदन, महादेव परिवार।।

महादेव भगवान शिव, किया हलाहल पान।
धारण कीन्हों कंठ में, श्रीहरि का उर ध्यान।।

😃😃
###
जय जय सियाराम
-हरि राम तिवारी 'हरि'
खरगापुर, जिला टीकमगढ़ मध्य प्रदेश

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4-प्रदीप खरे 'मंजुल', टीकमगढ़ (मप्र)
 
*दोहा ..महादेव*
1-
महादेव धुन में रमें, रहे धतूरा खाय। 
भाँग खाय भकुरे फिरें, गौरा रही मनाय। 
2-
आदि शक्ति से शिव लिया, नेत्र तीसरा मांग। 
चंदा माथे पर सजे, खूब चढ़ा ली भांग ।।
3-
घोटत गौरा भांग है,भोले चिलम चढ़ाय। 
महादेव महिमा बढ़ी, घोट धतूरा खाय।।
4-
महादेव सिर चंद है, जटन बह रही गंग।
गौरा ,गणपति साथ में,लिपटे रहत भुजंग।।
5-
सारी सिर पै जब चढ़ै,सुख पत्नी नहिं पाय।
साले भी सँग में रहें,महादेव कह जाय।।
-***
-प्रदीप खरे मंजुल,टीकमगढ़ (म.प्र.)💐

           
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5-प्रभुदयाल श्रीवास्तव 'पीयूष', टीकमगढ़




      दोहा लेखन  विषय   महादेव

महादेव कोई कहे, कोई कहे रामेश।
कोई शिव शंकर कहे, कोई कहे विश्वेस।।

देवों को अमृत पिला, स्वयं किया विष पान।
महादेव सा है नहीं, कोई और महान।।

काम देव को भस्म कर,रति को दे वरदान।
महादेव ने कर दिया , देवों का कल्यान।।

महादेव पति रूप में,पाने की ली ठान।
बनी शैलजा अपर्णा,तब पाये ईशान ।।

देव दनुज दोनों जिन्हें, प्रिय हैं एक समान।
महादेव  को पूज ,  लो, मन चाहा वरदान।।

           ***
         -प्रभु दयाल श्रीवास्तव पीयूष टीकमगढ़

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6-अशोक पटसारिया 'नादान' ,लिधौरा ,टीकमगढ़ 


       💐😊महादेव😊💐
      ::::::::@::::::::
आदिदेव शंभु तुम्हें,
          शत शत बार प्रणाम।
आशुतोष शंकर प्रभू,
            सब देवों के धाम।।

महाकाल संकट हरो,
           करो कृपा की कोर।
नंदी गौरा के सहित,
             देखो हमरी ओर।।

त्रभुवन में तुमसा नहीं,
              अवढरदानी देव।
सब देवों के देव हो,
           डमरुधर महादेव।।

सदा समाधी में मगन,
           करें विश्व कल्यान।
नीलकंठ गंगा धरें,
           भूतों के भगवान।।

भोले बाबा तुम हरो,
          भक्त जनों की पीर।
कौरौना के काल में,
          जनता हुई अधीर।।

पार्वती के तुम प्रिये,
          तुम गणेश के बाप।
सृष्टि संहारक तुम्हीं,
          हरो जगत संताप।।
         :::::::@:::::::

           -अशोक पटसारिया 'नादान' ,लिधौरा, टीकमगढ़ 
                   
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7-कल्याणदास साहू "पोषक", पृथ्वीपुर, (निवाड़ी)


           
महादेव भगवान की , महिमा अपरम्पार ।
आशुतोष कहलात हैं , देते कष्ट निवार ।।

औघड़ दानी नाथ हैं , महादेव भगवान ।
विनती सुनते शीघ्र ही , करते हैं कल्यान ।।

शंकर भोले नाथ हैं , नंदी के असवारि ।
महादेव के साथ हैं , गौरा जू सुकमारि ।।

कर डमरू त्रिशूल को , धारण करते नाथ ।
महादेव  हैं  गंगधर , सोहे  चन्दा  माथ ।।

कार्तिकेय प्रथमेश हैं , महादेव के लाल ।
गिरि कैलाश विराजते , शम्भू दीन दयाल ।।

सर्प हार धारण करें , नीलकण्ठ कहलात ।
महादेव घट-घट रमे , शिवलिंग पूजे जात ।।
  
 ***
 -कल्याण दास साहू "पोषक"पृथ्वीपुर,निवाडी़ (मप्र)
  ( मौलिक एवं स्वरचित )
             
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08-रामेश्वर प्रसाद गुप्त, बड़ागांव, झांसी


महादेव.

महादेव महिदेव हैं, भूत नाथ त्रिपुरार।
वरदानी देवा शिवम,जग के तारन हार।।

नीलकंठ शिवशंभु हैं, त्रभुवन कर कल्यान।
आशुतोष अभिषेक हे, आदिदेव भगवान।।

चंद्रमौलि शिव शिवा, भोले शंकर नाम।
गंगाधर जगदीश को, करिये कोटि प्रणाम।।

***
-रामेश्वर प्रसाद गुप्ता इंदु.,बडागांव झांसी (उप्र.)

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09-सीता राम तिवारी दद्दा टीकमगढ़(मप्र)

      
दोहा..महादेव
........
महादेव भोले बढ़े, 
मूरख सबहि बनाय।
खुद देव अमृत पियें, 
शिव को जहर पिलाय। 

***
-सीताराम तिवारी 'दद्दा', टीकमगढ़

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10-गुलाब सिंह यादव भाऊ, लखौरा (टीकमगढ़)

🌹हिन्दी दोहा 🌹
       बिषय 👏महादेव 👏
🍀🍀🍀🍀🍀🍀
            ॐ१ॐ
महादेव विनती करें धरें तुमारे ध्यान ।
भारत के हित मांगते,तुम से जो वरदान।।
       ॐ२ॐ
भाऊ की जा कामना,नन्दी के असवार।
बिघ्न बिनासन टारदौ,महादेव दसवार।।
      ॐ३ॐ
महादेव सेना पति,बनियो लै त्रिशूल।
मारदेव तुम आन के,दुश्मन चाटे धूल।ऋ
       卐४卐
कोरोना के काल में,रईयो सदा सहाये।
महादेव ई काल को,तुमलो शीश नवाये।।
        ॐ५ॐ
सुनो पुकार गरीब की,जो निधन लचार।
महादेव तुम दै दियो,मिटबै भिष्टा चार 
ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ
गुलाब सिंह यादव भाऊ, लखौरा( टीकमगढ़)

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11--परम लाल तिवारी,खजुराहो
#महादेव#
1
बसें सदा कैलाश में,महादेव भगवान।
पार्वती के संग में,करें राम गुणगान।।

2
देवों के भी देव हैं,महादेव यह जान।
जो नित इनको भजत हैं,करें सदा कल्यान।।

3
सावन में शिव वंदना,करते जगती लोग।
आशुतोष की कृपा से,पावें सारे भोग।।

4
पावन श्रावण मास में,महादेव जो ध्याय।
वरदायी शिव कृपा से,दोनों लोक बनाय।।

5
महादेव सुनते कथा,नीलगिरि पर जाय।
रखते सुन्दर हंस वपु,जो सब विहग सुहाय।।
***
-परम लाल तिवारी,खजुराहो

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12-रामानंद पाठक 'नंद', नैगुवा

दोहा महादेव जी के 

महादेव संकट हरें,करवें सदा सहाय।
जिसने पकरे वे चरन,आशिष बहुतइ पाय।।
                       2
महादेव भोले बहुत,थोरहु में खुश होंय।
लोटा जल अर्पण करे,करकें देखें कोय।।
                          3
महादेव औगरदांनि,देवें वे वरदांन।
नित दिन पूजा पाठ कर,होवत है कल्यान।।
                     ‌‌   4
राम भक्ति वे पाउत है,जो शिव कृपा पाय।
जो शिव विमुख होत‌है,राम कबहुं ना पाय।।
                         5
महादेव महिमा भली,जंग भर उनके दास।
भक्ति वे नर पाउत है,जावें उनके पास।।

***
-रामानन्द पाठक नन्द,नैगुवा

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13- जनक कुमारी सिंह बाघेल,भोपाल (मप्र)

माटी के महदेव की , महिमा अपरम्पार ।
मंदिर में रख पूज लो , संकट में हँथियार ।।

सावन में महदेव की , पार्थी पूजा होय ।
आएं गौरा साथ में , रिद्धि – सिद्धि सब कोय ।।

खोले तीजी आँख जब , क्रोधित हो महदेव ।
क्षरित काम तब हो गए , भष्मित जग स्वयमेंव ।।

महादेव का जो करे , स्तुति सुबह और शाम ।
फलीभूत होते सभी , उसके बिगड़े काम ।।

जहर हलाहल का पिया , महादेव नें घूंट ।
धरती का कल्याण कर , पाए भक्ति अटूट।।
***

-जनक कु. सिंह बाघेल, भोपाल,

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14- डी.पी.शुक्ला 'सरस', टीकमगढ़
🌸🌸 हिंदी दोहा 🌸
🌷🌷महादेव 🌸🌷
            🌷🌷
दिनांक/ 03.08.2021
          🌷🌷
 महादेव शंभु कैलाशी, भक्तनहिं प्रतिपालक!!
जिन ध्याया सब कुछ पाया, जेहिं जी के लायक!!
          🌷🌷
 महादेव से देव नहिं, देखे जहिं न संसार!!
 वरदानी देवा कहत, भू का हरते भार !!
           🌷🌷
भूतनाथ भोलेइ प्रभु, जग के तारनहार !!
नमन करतहिं समस्त जग,महादेव त्रिपुरार!!
          🌷🌷
 अघम घोर भवूत  रमें,भांग धतूरा लेत!! 
त्रिशूली महादेव प्रभु ,काम भस्म कर देत!!
          🌷🌷
 दूषण अत्याचार से ,भये जबई  बेहाल!!
 महाकाल त्रिशूल नेइँ! काटे सबके  जाल!!
🌷🌷🌷🌷🌷🌷
  -डी.पी .शुक्ल 'सरस' ,टीकमगढ़


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15- राम विहारी सक्सेना' राम', खरगापुर(टीकमगढ़)
जय बुंदेली साहित्य समूह-"महादेव"
            
1-
आशुतोष महादेव शिव,  भक्तन हिय कर वास।
सुख संपति साधन दिये, आप वसत कैलाश।।

2 - 
पंचानन बाहन बृषभ,कण्ठ बासुकि माल।
भूत प्रेत गण सेवते, महादेव महाकाल।।

3 -
 दीन-हीन मन दास के,हिय विराजो नाथ। 
गौरि गणेश समेत हर, कार्तिकेय के साथ।। 

4- 
चन्द्रमौलि महादेव हर, नाशत विपति विषाद।  
 सकल भाँति रक्षा करें, सेवत शम्भु प्रसाद।।
*****
-राम बिहारी सक्सेना "राम", खरगापुर

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16- अभिनंदन गोइल, इंदौर (मध्यप्रदेश)-
दोहा -                  महादेव

अधिपति प्रभु कैलाश के,महादेव आदीश।
नमन प्रभो!कैलाश पति ,कष्ट हरो हे ईश ।।

कामदेव  के  शत्रु  हो , काम-अरि महादेव।
गरल पान कर बन गये,नीलकण्ठ हे देव ।।

जटा-जूट धारी प्रभो , पाश विमोचक नाथ।
हिमगिरि ऊपर शोभते,जगदम्बा के साथ।।

शिव अरु शक्ति अभिन्न हैं,नमन उमापति नाथ।
शक्ति  संग   प्रभु  दर्श  दें , नंदी  भी  हों साथ।।
***
मौलिक, स्वरचित        - अभिनन्दन गोइल, इंदौर

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17-  प्रदीप गर्ग 'पराग', फरीदाबाद(हरियाणा)

महादेव-----दोहे

भाल चंद्रमा सोहता, शीश विराजे गंग
दमक रहे महादेव के,भस्म धूसरित अंग।

बाघांबर लिपटे हुए ,पियत धतूरा भंग
बदन पर महादेव के ,लिपटे रहत भुजंग।

महादेव त्रिशूल लिए, ,कर दानव संहार
करते हैं सब पर कृपा, जग के तारनहार।

औढरदानी त्रिगुण शिव, हे महादेव महेश
भोले भंडारी करो,जग पर कृपा विशेष।

जयकारा बम बम लगा ,करते भक्त पुकार
नीलकंठ डमरु बजा,दुख से रहे उबार।

      -प्रदीप गर्ग 'पराग', फरीदाबाद

😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
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18- पटल समीक्षा-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा(म.प्र.)






241-श्री जयसिंह जयहिंंद, हिंदी-महादेव-3-8-2021

#मंगलवारी समीक्षा#महादेव#
#दिनाँक 03.08.2021#
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आज पटल पर शानदार धार्मिक बिषय समीक्षा के लिये मिला।सबसे पहले माँ भगवती बीणा बादिनी को शाष्टाँग प्रणाम करते हुये सभी मनीषियों को सादर नमस्कार।आज देवों के देव महादेव पर सबको दोहे लिखने वावत प्रेरित किया गया।अब हम सभी मनीषियों के स्थापित शिवालयों में जाकर लिखे गये दोहा मंत्रों को मनन कर उनका हाल आपको श्रवण कराने का पुण्य लाभ कराऊँगा।चलिये अब प्रथक प्रथक सबके शिवालयों की सुन्दरता का दर्शन करायेंगे।

#श्री अशोक कुमार पटसारिया नादान जी लिधौरा....
आपके लिधौरा स्थित बाग में जो शिवालय है उसको आपने 6मंत्रो से सुसज्जित किया है जिसमें शंकर जी को आदिदेव,आशुतोष को प्रणाम करते हुये नंदी गौरा और महाकाल की कृपा मांगी गयी है।हे डमरूधर आप औगढदानी हैं।नीलकंठ आप समाधि मैं मग्न हैं।हेप्रभुभक्तों का संकट दूर करकोरोना से रक्षा करो।हे पार्वती प्रिय गणेश के पिताजग के संकट दूर करें।आपकी भाषाचिकनी भावपूर्ण शिल्प से सजी है।शैली के जादूगर मैं आपको प्रणाम करता हूँ।

#2#श्री डी.पी.शुक्ल सरस टीकमगढ़.....
आपके शिवालय में5मंत्र स्थापित हैं।जिनमें कैलाशी भक्त पालक आप धरती का भार हरण करते हैं।हे भूतनाथ भोले महादेव त्रिपुरारी आप भाँग धतूरे का सेवन करते हैं।काम को भष्म करने बाले हैं,सबके जाल काटते हैं।आपकी भाषा सरल सरस शिल्प भाव सुगंधित निजी शैली के प्रणेता हैं।आपको बारंबार नमन।

श्री प्रदीप कुमार खरे मंजुलजी टीकमगढ़......
आपके शिवालय के 5 मंत्रों में धतूरा भाँग का सेवन करबनावटी क्रोध कर गौराजी से मनौती कराते हैं।आपका तीसरा नेत्र भाँग मद धतूरा और गौरा की घुटी भाँग  
भक्षण करते हैं।चंदा माथे पर गौरा गणेश साथ में,सांप धारण करने बाले,सभी रिश्तेदार आपका 
जाप करते हैं।आपकी भाषा चिकनी सरल भिव सुन्दर शैली मनोहारी शिल्प श्रैष्ठ हैं।आपका बंदन अभिनंदन।

#4#श्री रामेश्वर प्रसाद गुप्त इन्दु जी बड़ागांव झाँसी......
आपके शिवालय के 3 मंत्रों मेंआप भूपति भूतनाथ त्रिपुरारी जग तारक हैं।हे नीलकंठ शिव शंभु आशुतोष आदिदेव चंद्रमौलि शिव शिवा भोले शंकरगंगाधर जगदीश आपको प्रणाम करता हूँ।भाव सुन्दर भाषा चमत्कारी शैली मधुर शिल्पकला दर्शनीय है।
आपका हार्दिक अभिनंदन।

#5#श्री सीताराम तिवारी दद्दा टीकमगढ़.....
आपके शिवालय के एकमात्र मंत्र में कहा गया है कि आपकोसबने मूर्ख बनाया है,खुद अमृत पानकर
हलाहल आपकोपान कराया है।आपकी भाषा भाव शिल्प शैलीअभिनंदनीय है।आपको सादर नमन।

#6#श्री राम बिहारी सक्सेना राम
खरगापुर.....
आपके शिवालय के 4 मंत्रों में आशुतोषको भक्तों के दिल में बास करने की,कैलाशी होंने की,पंचानन,बृषबाहन, बिषधर, भूत भक्तों से मंडित, दीनों के मन बासी,पूरे परिवार सहित बास करते हैं।हे चंद्रमौलि सभी दुखों को दूर करने बाले,सकल कृपा करें।आप पटल पर आज ही आये हैं,पर कमाल का आगमन। मैं आपकी भाषा भाव शैली और शिल्प को प्रणाम करता हूँ।

#7#श्री राजीव नामदेव राना लिधौरी  जी टीकमगढ़......
आपके शिवालय के 2 मंत्रों में बताया गया है कि आप महादेव महाकाल नंदी गौरा गणेश जिनका गुणगान करते हैं नीलकंठ जटाशंकर कुण्डेश्वर नाथ कृपा करें।आप जाने माने साहित्यकार हैं।आपकी भाषा भाव शिल्पशैली से सभी परिचित हैं।आपको सादर नमन।

#8#श्रीप्रभु दयाल श्रीवास्तव जी पीयूषजी टीकमगढ़..........
आपके शिवालयके 5 मंत्रों में कोई कोईमहादेव रामेश शिव शंकर विश्वेसके नाम से जानते हैं।दैवों को अमृत पिलाखुद बिषपान करने बाले,काम को भष्म करने बाले,रति और देवों के कल्याण कारक,शिवा को स्वीकार करने बाले,जिन्हें देव दनुज एक से प्रिय हैं।आपकी भाषाभाव शिल्प शैली महान हैं।आपको सादर नमन अभिनंदन।

#9#बहिन जनक कुमारी जी बघेल.......
आपके शिवालय के 5 मंत्रों में माटी के शिव की महिमा अपरंपार बताई गयी है।सावन में पूज्यतीसरी आँँख से काम क्षार करने बाले,आपकी सुबह शाम स्तुति से सभी कार्य हो जाते हैं।हलाहल धारक,धरा कल्याणक,आपकी भक्ति अटूट है।आपकी भाषा भाव शिल्प शैलीकम दिनों में ही आकाशीय ऊँचाई को छूने बाली है।आपका हार्दिक बंदन।

#10#श्री प्रदीप कुमार गर्ग जी....आपके शिवालय के 5मंत्र बताते हैं किभालचंद्र भष्म बाघम्बर धारक,धतूरा भाँग सेवन करने बाले,बदन पर नाग धारण करने बाले,त्रिशूल धारक,दानव संहारक,कृपा कारक और तारक हो।औगढदानी भोले भंडारी आपकी कृपा बिशेष है।बम बम कहने से डमरू बजाकर दुख दूर करते हैं।आपकी भाषा भाव शिल्प शैलीवंदनीय है।आपका सादर बंदन अभिनंदन।

#11#श्री कल्याण दास साहू पोषक जी.........
आपके शिवालय के 6 मंत्रों में महिमा अपार और कष्ट निवारक बताया है
औगढदानी कल्याण कारकनंदी सबार,गौरी पूजित,डमरू त्रिशूल धारक,गंगाधर चंद्रललाटी,कार्तिकेय पिता कैलाश बासी,दीन दयाल बिषधर,नीलकंठ,घट घट बासी आपकी पूजा सभी करते हैं।
आपकी भाषा भाव कमाल के,शिल्प शैली सुन्दर ।आपका वंदन अभिनंदन।

#13#जयहिन्द सिंह जयहिन्द गुड़ा पलेरा..........
मैनें अपने शिवालय मेंशिव को बृत्यानुप्राश अलंकार सेअलंकृत करने की कोशिश की है। हे चंद्रमौलि शिव शंकर, भूत प्रेत और मानव आपके गुलाम हैं।भाषा भाव शिल्प और शैली की समीक्षा आप सभी मनीषीगण जानें।मेरी ओर से सभी का वंदन अभिनंदन।

#14#पं. श्री परम लाल तिवारी जी खजुराहो......
आप मतंगेश्वर शिव की नगरी में अपने शिवालय के 5 मंत्रों में बताते हैं कि कैलाशी राम पूजित देवों के देव,भजने से कल्याण कारी सावन सेवित,जिनके स्मरण मात्र से लोक और परलोक बनते हैं,जिनकी कथा नीलगिरि पर सुनने सेमोक्ष प्राप्त होता है।आप मतंगेश्वर शिव की कृपा से जो लेखन करते हैं वह शिवम् धारणा से ओत प्रोत होता है।भाषा शैली भाव शिल्प पर उन्ही की कृपा अंकित रहती है।आपका सादर चरण बंदन।

#15#श्री अभिनंदन कुमार गोईल जी इन्दौर......
आपके शिवालय के 4 मंत्रों में कैलाशपति शिव की बन्दना करते हैं।शिव को कामदेव का शत्रु,नीलकंठ जटाजूटधारी, पाप नाशक,हिमालय पर गौरी के साथ
बिराजमान हैं।आप पार्वती और नंदी के साथ दर्शन दें।
आप भाषा और भावों के करीगर और शिल्प शैली के जादूगर हैं आपका शत शत नमन।


#16#श्री हरि राम तिवारी हरि जी खरगापुर.........
आपके निवास के बगल में ही शिवालय है जिसको 3 मंत्रों से सुशोभित किया गया है।हे शिव आप देवों के देव हैं,आप आशुतोष कल्याण कारी हैं।आप औगढदानी उदार शिव परिवार सहित बंदनीय हैं।आपने हलाहल धारण किया है।मैं ऐसे शंभु की बंदना करता हूँ।आप भाषा के शिल्पी,भावों के कर्णधार हैं आपकी शैली निराली है आप कुशल साहित्यकार हैं।
आपका पांडित्य दैदीप्यमान है।आपके चरणों की बन्दना करता हूँ।
उपसंहार.....
अब पटल का बैधानिक समय समाप्त हो गया है।अब आठ से ऊपर समय हो गया है,इसलिए शिवालय दर्शन का समय हो चुका है यदि भूलबस किसी की रचना समीक्षा से बंचित हुयी हो तो अपना समझकर मुझे क्षमा प्रदान करने की कृपा करें। अब शिवालयों की यात्रा यहीं समाप्त करता हूँ आप सभी मनीषियों को एक बार पुनः नमन करते हुये माँ भारती के चरणों की बंंदना करता हूं।कलम को बिश्राम सहित।

आपका अपना समीक्षक.....

#जयहिन्द सिंह जयहिन्द#
#पलेरा जिला टीकमगढ़#
#मो0  6260886596#
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                             महादेव
                 (हिन्दी दोहा संकलन) ई_बुक

          संपादक - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

प्रकाशन-जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़
© कापीराइट-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

         ई_बुक प्रकाशन दिनांक 03-08-2021
            टीकमगढ़ (मप्र)भारत-472001
                 मोबाइल-9893520965

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2 टिप्‍पणियां:

Anshu ने कहा…

Wah

Anshu ने कहा…
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