दद्दा
पैजनिया
(बुंदेली दोहा संकलन) ई बुक
संपादक - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
प्रकाशन-जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़
© कापीराइट-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ई बुक प्रकाशन दिनांक 20-06-2021
टीकमगढ़ (मप्र)भारत-472001
मोबाइल-9893520965
😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
अनुक्रमणिका-
1-रामेश्वर प्रसाद गुप्त 'इंदु' (झांसी)
2- संजय श्रीवास्तव, मवई (दिल्ली)
3-प्रभुदयाल श्रीवास्तव, टीकमगढ़,(म.प्र.)
4- एस. आर. 'सरल', टीकमगढ़
5-कल्याणदास साहू "पोषक",पृथ्वीपुर(निवाड़ी)(म.प्र.)
6-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा(म.प्र.)
7- परम लाल तिवारी, खजुराहो (मप्र)
8-अशोक पटसारिया (लिधौरा, टीकमगढ़)
9-डां. शरद नारायण खरे, मंडला
10-प्रदीप खरे 'मंजुल', टीकमगढ़ (मप्र)
11-वीरेन्द चंसौरिया, टीकमगढ़
12-हरिराम तिवारी, खरगापुर
13-गुलाब सिंह यादव'भाऊ', लखौरा, टीकमगढ़
14-शोभाराम दांगी इंदु, नदनवारा (मप्र)
अप्रतियोगी
15- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' (टीकमगढ़)(म.प्र.)
16-रामानंद पाठक 'नदं', नैगुवा(टीकमगढ़)(म.प्र)
😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
1-रामेश्वर प्रसाद गुप्त 'इंदु' (झांसी)
प्रथम स्थान प्राप्त दोहा-
दद्दा घर के हैं बडे़,
दद्दा घर की शान।
मौडी़ मौड़न के करें,
वे पूरे अरमान।।
***
-रामेश्वर प्रसाद गुप्त इंदु.,बडागांव झांसी (उप्र.)
***
😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄
दद्दा बरगद पेड़ से,
पियत घाम दयँ छाँव।
परहित, भाव-स्वभाव सें,
पूजत पूरो गाँव।।
***
- संजय श्रीवास्तव, मवई (दिल्ली)
😄😄😄 जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄
3-प्रभुदयाल श्रीवास्तव, टीकमगढ़,(म.प्र.)
तृतीय स्थान प्राप्त दोहा-
दद्दा देरी द्वार की,
आन बान उर सान।
साक्षात भगवान हैं,
होबें नइं हैरान।।
***
-प्रभु दयाल श्रीवास्तव पीयूष टीकमगढ़
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4-एस आर सरल,टीकमगढ़(मप्र)
मौलिक एवं स्वरचित
-एस आर सरल,टीकमगढ़
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देइ-देवता पूजकें ,
भारी खुसी मनात ।
दद्दा-जू औलाद खों ,
काबिल खूब बनात ।। ***
-कल्याण दास साहू "पोषक"पृथ्वीपुर,निवाडी़ (मप्र)
( मौलिक एवं स्वरचित )
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6-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा(मप्र)
दद्दा कौ मन देवता,
राखें सबसें प्यार।
करबें भलौ समाज सँग,
सुखी रखें परिवार।।
***
#मौलिक एवम् स्वरचित#
-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा, (टीकमगढ़)
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7- श्री परम लाल तिवारी,खजुराहो(मप्र)
बड़े होंय जो आयु में,
और अनुभव में सिध्द।
वे ही दद्दा नाम से,
रहते जगत प्रसिद्ध।।
***
-परम लाल तिवारी, खजुराहो
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8-अशोक पटसारिया नादान ,लिधौरा ,टीकमगढ़ (मप्र)
9-डां. शरद नारायण खरे, मंडला(मप्र)
***
--प्रो.शरद नारायण खरे, मंडला
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10-प्रदीप खरे 'मंजुल', टीकमगढ़ (मप्र)
दद्दा दय हैं दौंदरा,
खासत सबरी रात।
बिड़ी पियै, पउआ डरै,
जानें कितनौ खात।।
***
-प्रदीप खरे 'मंजुल',टीकमगढ़ मप्र💐
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11-वीरेन्द चंसौरिया, टीकमगढ़
दद्दा के संग खाय हम,
दद्दा के संग सोय।
दद्दा बिन दिन रात मन,
भीतर भीतर रोय।।
***
वीरेन्द चंसौरिया, टीकमगढ़
😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄
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13- गुलाब सिंह यादव 'भाऊ', लखौरा, टीकमगढ़
दद्दा की परिवार में,
सबरी है पद भात।
जन्म कर्म की सधना,
राबे तुमरे सात।।
***
-गुलाब सिंह यादव भाऊ,लखौरा टीकमगढ़
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14--शोभाराम दांगी इंदु, नदनवारा (मप्र)
बैठे पंच अथाई पै,
करै गांव की बात ।।
होय समस्या कौनऊं,
"दद्दा "ही निपटात ।।
---शोभारामदाँगी, नदनवारा
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अप्रतियोगी
15- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी', टीकमगढ़ (मप्र)
*बिषय बुंदेली दोहे -"पैजनिया"
1-सप्लीमेंट्री अप्रतियोगी-
*अप्रतियोगी दोहे/सप्लीमेंट्री* @ *बिषय-"दद्दा"*
*1*
दद्दा बैठे पोर में,
मूंछन पै दे ताव।
लंबी लंबी फैंकते
कर रय है बतकाव।।
***
*2*
दद्दा तो सुनतइ नई
कै कौनउ भी बात।
अपनी अपनी हांकते,
दे रय सबकौ मात।।
***
*3*
दद्दा बाई की करो,
सेवा दिन अरु रात।
उनके ही आसीस से
बन जायेगी बात।।
***
दिनांक-19-6-2021
*© -राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
संपादक-आकांक्षा" पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com
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2 टिप्पणियां:
अप्रतिम संकलन। बहुत बहुत बधाई और आभार।
धन्यवाद श्री रावत जी
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