Rajeev Namdeo Rana lidhorI

शुक्रवार, 4 जून 2021

अवनि (क्षणिका संग्रह)-राजीव नामदेव'राना लिधौरी'

                             अवनि
                        (क्षणिका संग्रह)
             -राजीव नामदेव ‘‘राना लिधौरी’’


                          अवनि
                      (क्षणिका संग्रह)
             -राजीव नामदेव ‘‘राना लिधौरी’

प्रकाशन-जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़

© कापीराइट-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

ई बुक प्रकाशन दिनांक 4-06-2021
        टीकमगढ़ (मप्र)भारत-472001
         मोबाइल-9893520965

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄
😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄
😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄




              
 😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄


   कवि परिचय-

कवि- राजीव नामदेव "राना लिधौरी"

नाम- राजीव नामदेव ‘‘राना लिधौरी’’
जन्म   :-15.06.1972 (लिधौरा)
माता-पिताः- श्रीमती मिथलेश,श्री सी.एल.नामदेव
पत्नी एवं संतानः- श्रीमती रजनी नामदेव । 
कु.आकांक्षा एवं कु. अनुश्रुति
शिक्षा   :-बी.एस.सी.(कृषि),एम.ए.(हिन्दी),पी.जी.डी.सी.ए.(कम्प्यूटर)
विधा :-कविता,ग़ज़ल,हायकू ,व्यंग्य, क्षणिका,लघुकथा,कहानी एंवं आलेख आदि।
प्रकाशन:-  1.अर्चना (कविता संग्रह,1997) 2.रजनीगंधा (हायकू संग्रह 2008)
     3-नौनी लगे बुदेली’ (विश्व में बुंदेली का पहला हाइकु संग्रह, 2010)
4.राना का नज़राना (ग़ज़ल संग्रह 2015) 5.लुक लुक की बीमारी’(बुंदेली व्यंग्य संग्रह 2017
6 सहित्यिक वट वृक्ष’ (ई बुक) (गद्य व्यंग्य संग्रह 2018
7.‘सृजन’(संपादन) 8.आकांक्षा पत्रिका (संपादन 2002 से अब तक)9.‘संगम’ (संपादन) 10.अनुरोध (संपादन)
11.‘नागफनी का शहर (व्यग्ंय संकलन) 12.‘दीपमाला’(उपसंपादन) 13. जज़्बात(उपसंपादन)
14 ‘श्रोता सुमन’ (उपसंपादन) 
15 पं. दुर्गाप्रसाद शर्मा अभिनंदन ग्रंथ (सह संपादन-2016)
एवं राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में लगभग दो़ हज़ार रचनाओं का प्रकाशन, कवि-सम्मेलनों एवं मुशायरों  में शिर्कत। 
अप्रकाशित:- ग्यारह अप्रकाशित संग्रह 
संपादक:- ‘आंकाक्षा’ पत्रिका (सन् 2006 से आज तक)
प्रसारण :-ई टी.व्ही.,दूरदर्शन,सहारा म.प्र.,आकाशवाणी छतरपुर,केन्द्र से प्रसारण।
सम्मान :-18 प्रदेशों से 107 साहित्यिक सम्मान प्राप्त। म.प्र. एवं उ.प्र. केे महामहिम तीन राज्यपालों द्वारा सम्मानित
विशेष  :-अब तक 272 साहित्यिक गोष्ठियों/कवि सम्मेलनों का सफल संयोजन/आयोजन। 
73 देशों के ब्लाग पाठक एवं सोशल मीडिया पर पर लगभग एक लाख पाठक
संप्रति :- संपादक- ‘आकांक्षा’ पत्रिका, 
जिला अध्यक्ष:- म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़ (सन् 2002 से आज तक)
जिला अध्यक्ष:- वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
पूर्व महामंत्री    : - अ.भा.बुन्देलखण्ड साहित्य एवं संस्कृति परिषद, टीकमगढ़  
एडमिन- जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़
पता    :-नई चर्च के पीछे,शिवनगर कालौनी,कुंवरपुरा रोड, टीकमगढ़ (म.प्र.)पिनः472001भारत
मोेबाइल :- 09893520965   
 E Mail- ranalidhori@gmail.com
 Blog - (1) rajeevranalidhori.blogspot.com
(2) ranalidhori15.blogspot.com
##############################
😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

  1- फ़र्ज़-

ये आवनि, अंबर तुम्हारा है।
ये सारा संसार तुम्हारा है।
तुम्हीं हिफाजत करो इसकी।
ये फ़र्ज़ भी तुम्हारा है।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

        2-बेईमानी-

खरीदे सामान चीनी,
बोले जुबान पाकिस्तानी।
फिर किस मुंह से कहते हो?
दिल है हिन्दुस्तानी।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

3- दाल-रोटी-

मत खाओ,
मछली और बोटी।
अपनी तो बस,
दाल-रोटी।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

4- मकड़जाल-

सिगरेट,पेप्सी, बीयर पीकर,
ड्रग्स के जाल में फंस जाये।
आज के युवा शीघ्र ही,
मकड़जाल में फंस जाये।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

5-मज़ा-

वे बोले,
शराब में बहुत 
मज़ा होता है।
हमने कहा-
ठीक कहा आपने
आदमी पीकर
नाली में सोता है।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

6-बेहोश-

बिजली कटौती होने भी,
वे रह गये ख़ामोश।
बिजली का बिल देखकर,
हो गये बेहोश।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

7- गजब-

ये बिजली भी,
बहुत गजब ढाती है।
रोज़ सूरज के संग,
भाग जाती है।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

8-फन-

नेता हर फन में,
माहिर होता है।
क्योंकि
सांप का फन ही 
ज़हरीला होता है।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄


9- अमर-

टी.व्ही. के पात्र
अजर और अमर है।
बीस साल बाद भी
न्यू कमर है।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

10- परीक्षा-

कैसी और किसकी
 परीक्षा।
छात्र करे नकल
और 
शिक्षक सुरक्षा।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄


11- वेट

दिनभर
 लेटे-लेटे,
देखे क्रिकेट
अब
 बढ़ गया वेट।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄


12- ऑक्सीजन-

वे ऑक्सीजन ढूंढने
 चांद पर पहुंच गये।
इधर धरती पर ही
उसकी कमी से,
लाखों निपट गये।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

13- दूरदर्शन-

वे करते खूब
अंग प्रदर्शन
दूरदर्शन।।

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

14- नेता-

गिरगिट,नेवला,सांप के
उनमें सभी  गुण
 आ ही जाते,
जब नेता बन जाते।।
***
😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

15-तोल-

वे नज़र से तोल लेते हैं
फिर अपना मुंह
खोल देते हैं।।
***
😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

16- अजनबी-

फाइल नीचे दबी है
क्योंकि
बाबू और फाइल वाला
अभी अजनबी है।।
***
😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

कवि- राजीव नामदेव "राना लिधौरी"
संपादक- "आकांक्षा" पत्रिका
जिलाध्यक्ष-म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष-वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com

😄😄😄😄'अवनि'(क्षणिका संग्रह)😄😄😄😄

कोई टिप्पणी नहीं: