*बुंदेली कविता-"दुष्ट करोना"*
हे दुष्ट वायरस कोरोना।
तुम जल्दी से इतै सें भगो ना।।
हद तो कर दई तुमने
और कितनौ करनै तुमे मिटोना।।
इतैक बेशरम कैसे हो गये।
कछु तो शरम करो ना।।
हम तो डर कै मारे
भये जात अदोना।।
बन्न बन्न के नये रूप धरकें
लोगन खां लगो ना।
हार गये तुमसें।
इतै सें टरोना।।
कौनउ गल्ती हो गई तो
हमें माफ करोना।।
***
®-राजीव नामदेव "राना लिधौरी"*
टीकमगढ़ (मप्र) भारत
मोबाइल-9893520965
3 टिप्पणियां:
सुंदर सृजन
धन्यवाद मनीषा जी
Wah
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