Rajeev Namdeo Rana lidhorI

शनिवार, 29 मई 2021

दौंदरा (बुंदेली दोहा संकलन ई-बुक) राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'



                             दौंदरा
                  (बुंदेली दोहा संकलन) ई बुक
          संपादक - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

                              दौंदरा
                  (बुंदेली दोहा संकलन) ई बुक
          संपादक - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

प्रकाशन-जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़
© कापीराइट-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

ई बुक प्रकाशन दिनांक 29-05-2021
        टीकमगढ़ (मप्र)भारत-472001
         मोबाइल-9893520965

😄😄😄 बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़😄😄😄


              अनुक्रमणिका-

1परम लाल तिवारी, खजुराहो (मप्र)
2-अशोक पटसारिया 'नादान' लिधौरा (टीकमगढ़) 
3- एस. आर. 'सरल', टीकमगढ़ 
4-कल्याणदास साहू "पोषक",पृथ्वीपुर(निवाड़ी)(म.प्र.)
5-प्रभुदयाल श्रीवास्तव, टीकमगढ़,(म.प्र.)
6- संजय श्रीवास्तव, मवई (दिल्ली)
7-डां. शरद नारायण खरे, मंडला
8-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा(म.प्र.)
9-प्रदीप खरे 'मंजुल', टीकमगढ़ (मप्र)
10-डां सुशील शर्मा, गाडरवाड़ा 
11-रामानन्द पाठक,नैगुवा(म.प्र.)
12-रामेश्वर गुप्त, 'इंदु', बड़ागांव,झांसी (उ.प्र.)
13- राजेन्द्र यादव 'कुंवर', बड़ा मलहरा
14-शोभाराम दांगी इंदु, नदनवारा (मप्र)
15-राज गोस्वामी,दतिया(मप्र)
16- गुलाब सिंह यादव 'भाऊ', लखौरा, टीकमगढ़

अप्रतियोगी

17- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' (टीकमगढ़)(म.प्र.)
18- रामगोपाल रैकवार, टीकमगढ़(मप्र)

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1- श्री परम लाल तिवारी,खजुराहो(मप्र)

प्रथम स्थान प्राप्त दोहा-

चौपट कर डारी फसल,
देंय दौंदरा ढोर।
इतै उतै छुट्टा फिरें,
पिड़ें किवरिया टोर।।
      -परम लाल तिवारी, खजुराहो

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2-अशोक पटसारिया नादान ,लिधौरा ,टीकमगढ़ (मप्र)


द्वितीय स्थान प्राप्त दोहा

खा रय अपने देश कौ, 
गा रय उनकौ गान।
कब तक झेलै दोंदरा,
अपनों हिंदुस्तान।।
   ***
               -अशोक नादान ,लिधौरा, टीकमगढ़ 

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3-एस आर सरल,टीकमगढ़(मप्र)

तृतीय स्थान प्राप्त 

कोरोना दँय दौदरा,
दैशत दँय दिन रात।
घर बाहर ऐसे लगै,
 बिगना टोरै खात।।       
               ***
 मौलिक एवं स्वरचित
     -एस आर सरल,टीकमगढ़      
        
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4-कल्याणदास साहू "पोषक", पृथ्वीपुर, (निवाड़ी)

तृतीय स्थान प्राप्त 

खूब दौंदरा देत हैं , 
जब आ जात चुनाव ।
मजा करत हैं जीत कें , 
फिर नइं लेतइ नाव ।।
***
 -कल्याण दास साहू "पोषक"पृथ्वीपुर,निवाडी़ (मप्र)
  ( मौलिक एवं स्वरचित )

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5-प्रभुदयाल श्रीवास्तव, टीकमगढ़,(म.प्र.)


दम सें दै लव  दोंदरा ,
दिन देखो ना रात।
खेत चिर‌इंयां चुन चुकीं,
अब पाछें पछतात।।  

         -प्रभु दयाल श्रीवास्तव पीयूष टीकमगढ़

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6- संजय श्रीवास्तव, मवई (दिल्ली)


दानव बन दयँ दौंदरा,
दमचौरा दिन-रात।
दहशत सें दुनिया दुखी,
कोरोना की घात।।

         -  संजय श्रीवास्तव, मवई (दिल्ली)

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7-डां. शरद नारायण खरे, मंडला(मप्र)
कोरोना कौ दौंदरा,
मिलै न भगतन गैल।
रो रये अफसर,मंतरी,
सबरे हो गये फैल।।
                 --प्रो.शरद नारायण खरे, मंडला

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8-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा(मप्र)
                    
गैलन गुजरें गुजरियाँ,
गेरत ग्वाल गुपाल।
दही देख दें दौंदरा,
नचा नचा नँदलाल।।
               -**
#मौलिक एवम् स्वरचित#
-जयहिंद सिंह 'जयहिन्द',पलेरा, (टीकमगढ़)

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9-प्रदीप खरे 'मंजुल', टीकमगढ़ (मप्र)


दरुआ देवै दौंदरा, 
दमचक रोज मचात।
देत दनादन दाबकैं,
दद्दा लट्ठ बजात।।
***
-प्रदीप खरे 'मंजुल',टीकमगढ़ मप्र💐

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10-डां सुशील शर्मा, गाडरवाड़ा (मप्र)



कोरोना को दोंदरा ,
सरकारें सब सोंय । 
मुतके सारे मर गए ,
लोगन आपो खोंय। 
 ***
               -डॉ सुशील शर्मा ,गाडरवारा

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11-रामानन्द पाठक नन्द,नैगुवा,(मप्र)


 कौरोंना दव दोंदरा,
मौतें भइ हजारन।
अब घर वेघर हो गये,
कैसें हुए निवारन।।
*****
                 -रामानन्द पाठक नन्द,नैगुवा,

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12-रामेश्वर प्रसाद गुप्त, बड़ागांव, झांसी


कोरोना को दौंदरा,
ऊपर सें तूफान।
मरे मिटे फिर कैउ घर, 
मिटे केउ अरमान।।
***

-रामेश्वर प्रसाद गुप्ता इंदु.,बडागांव झांसी (उप्र.)

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13-   -  राजेन्द्र यादव 'कुंवर', बड़ा मलहरा(मप्र)

  शिव शंभु की बरात में, 
दयें दौंदरा भूत।
भौंरा से मडरा रहे, 
लागी अंग भभूत।।
- ***
            ✍️-  राजेन्द्र यादव 'कुंवर', बड़ा मलहरा


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14-शोभाराम दांगी इंदु, नदनवारा (मप्र)

दयें "दौंदरा "कोरोना, 
तौऊ गम नइं खात ।
खोज मिटादव देस कौ, 
करदव सत्यानाश ।।                       
***
-शोभाराम दाँगी नंदनवारा

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15-राज गोस्वामी,दतिया

जौ कवियन कौ दौदरा, कविताई कौ खेल ।
 जो देखो अपनी कहत,बेजम ठेलाठेल ।। 
                   - राज गोस्वामी,दतिया

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16- गुलाब सिंह यादव 'भाऊ', लखौरा, टीकमगढ़
बाप मताई रोऊत है,
कैसे बचबै प्रान।
लरका बहुये आज की, 
दये दौंदरा तान।।
   -गुलाब सिंह यादव भाऊ,लखौरा टीकमगढ़

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अप्रतियोगी 

17- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी', टीकमगढ़ (मप्र)
*बिषय बुंदेली दोहे -"कुतका"

सप्लीमेंट्री अप्रतियोगी-
 
*1*
दये दौंदरा देत है,
कोराना है आज।
लूट मची चहु ओर है,
हो रव गुंडाराज।।
**29-5-2021

*@ राजीव नामदेव "राना लिधौरी" टीकमगढ़*
           संपादक "आकांक्षा" पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com
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18- रामगोपाल रैकवार, टीकमगढ़ (मप्र)

सप्लीमेंट्री अप्रतियोगी-

अप्रतियोगी दोहा-

ऐन मचाऔ दोंदरा,
जनता दीनो त्रास।
रावन-हिरनाकुस असुर,
ईसुर कीने नास।।
***

रामगोपाल रैकवार, टीकमगढ़
मौलिक-स्वरचित।

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                            दौंदरा
                (बुंदेली दोहा संकलन) ई बुक
          संपादक - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

प्रकाशन-जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़
© कापीराइट-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'

         ई_बुक प्रकाशन दिनांक 29-05-2021
            टीकमगढ़ (मप्र)भारत-472001
                 मोबाइल-9893520965

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3 टिप्‍पणियां:

dr.t.r.rawat ने कहा…

बुंदेली के हित में बहुत अच्छा काम। बहुत बहुत बधाई और शुभ कामनाऐं।

rajeev namdeo rana lidhori ने कहा…

धन्यवाद डा.रावत जी
शुक्रिया

Anshu ने कहा…

Wow good